गया मे आए भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2020 बैच के 18 प्रशिक्षु पदाधिकारिओं द्वारा दिनांक- 14 दिसंबर से 16 दिसंबर तक गया जिले में शीतकालीन अध्ययन यात्रा के तहत गया जिले के सांस्कृतिक एवं पर्यटकीय स्थल का भ्रमण कर जिले की ऐतिहासिक, भौगोलिक, प्राकृतिक संसाधनों की जानकारी के साथ ही ग्रामीण और शहरी विकास एवं सरकार की विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी कार्यक्रमों और योजनाओं की जानकारी प्राप्त किया गया है
इन प्रशिक्षु पदाधिकारियों द्वारा जिले की सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त करने के पश्चात प्रशिक्षु पदाधिकारियों ने बताया कि गया आकर जिले के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण से उन्हें बहुत काफी जानकारी प्राप्त हुई है। इसके साथ ही विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर डुंगेश्वरी हिल, बराबर गुफा इत्यादि महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण से उन्हें बिहार एवं जिले की संस्कृतिक एवं आध्यात्मिक प्रचुरताओं के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई है
इस 18 सदस्यीय प्रशिक्षु पदाधिकारियों द्वारा 14 दिसंबर से 16 दिसंबर के बीच गया जिला के बाराचट्टी जाकर सी०आर०पी०एफ० के कोबरा बटालियन से भी नक्सलियों पर कार्रवाई से संबंधित जानकारी प्राप्त किया गया है इसके साथ ही सरकार की विभिन्न कल्याणकारी, सामाजिक एवं विकासात्मक योजनाओं जैसे आंगनवाड़ी केंद्र, जल जीवन हरियाली इत्यादि कार्यक्रमों से संबंधित योजनाओं को देखा और उनकी विशेषताओं एवं उपलब्धियों को जाना है
गया में आज जिला पदाधिकारी, अभिषेक सिंह द्वारा इन प्रशिक्षु पदाधिकारियों के गया जिला के बारे सभी प्रशिक्षु को जिले की प्रशासनिक, सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था, जिले की भौगोलिक, राजनैतिक, ऐतिहासिक, शैक्षणिक,और विकासात्मक पहलुओं से आए हुए प्रशिक्षु को अवगत कराया गया है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि जिले में विधि-व्यवस्था की स्थिति बहुत अच्छी है। गया जिला के लोग शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे हैं इसके साथ ही जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयास कर रहे हैं। जिले की सड़कें काफी अच्छी है दूरस्थ क्षेत्रों में भी अच्छी सड़कें बनाई गई है। बिजली की स्थिति में कई वर्षों से गुणात्मक सुधार हुआ है। शहरों में 22 से 23 घंटे एवं गांव में 20 से 22 घंटे बिजली रहती है। पंचायती राज व्यवस्था में सरकार द्वारा महिलाओं को 50% आरक्षण देकर उन्हें और सशक्त बनाया गया है। जिले में पंचायत आम चुनाव, 2021 शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित वातावरण में संपन्न हुए हैं। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में विकास के काम नियमित रूप से हो रहे हैं। सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में टैप वाटर, पक्की गली, नाली, शौचालय की अच्छी व्यवस्था की गई है। जिला पदाधिकारी ने प्रशिक्षु पदाधिकारियों को बताया कि गया एवं बोधगया में आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक विरासत का राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर का धरोहर है जिसमें महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर इत्यादि गया जिला में पर्यटकीय स्थल है जहां देश-विदेश से प्रत्येक साल लाखों की संख्या में पर्यटक एवं श्रद्धालु आते हैं। विष्णुपद मंदिर में पितृपक्ष के अवसर पर अपने पूर्वजों का तर्पण करने देश-विदेश से श्रद्धालुओं का आगमन होता है।इसके साथ ही भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया में अंतरराष्ट्रीय स्तर के महाबोधि मंदिर में दर्शन एवं पूजा अर्चना करने लाखों की संख्या में भारत के विभिन्न क्षेत्रों तथा विदेशों से काफी बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु बोधगया आतें हैं।इसके आगे यह भी बताया कि बोधगया में हाल ही में मंगोलिया के पार्लियामेंट के अध्यक्ष सहित 23 सदस्यीय शिष्टमंडल द्वारा महाबोधी मंदिर, ढुंगेश्वरी हिल इत्यादि स्थलों का भ्रमण किया गया है इसके अलावा 18 दिसंबर को वियतनाम के नेशनल असेंबली के अध्यक्ष सहित 220 सदस्यीय शिष्टमंडल का आगमन संभावित है।
जिला पदाधिकारी ने प्रशिक्षु पदाधिकारियों को बताया कि जिले में गंगा उद्भव योजना के तहत गर्मी के दिनों में गया तथा बोधगया में गंगा का पानी पहुंचाने के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है।*
जिलाधिकारी ने जल जीवन हरियाली की चर्चा करते हुए कहा कि जल जीवन हरियाली से पर्यावरण को काफी लाभ हुआ है इसके साथ ही जल स्तर में काफी वृद्धि हुई है। अब गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या गया जिले में दो-तीन वर्षों से अब नहीं हो रही है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि छठ, रामनवमी, मुहर्रम इत्यादि प्रमुख पर्व एवं त्योहारों पर दोनों समुदाय द्वारा एक दूसरे की भावनाओं का आदर करते हुए पूर्ण सहयोग दिया जाता है। आगे बताया कि माउंटेन मैन दशरथ मांझी द्वारा इसी जिले में पहाड़ काटकर रास्ता बनाने का कीर्तिमान बनाया गया था इस पर एक फिल्म भी बना बन चुकी है। बोधगया में अंतरराष्ट्रीय स्तर का 2000 क्षमता का कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।इसके साथ ही स्टेट गेस्ट हाउस बनाया जा रहा है जिसमें 200 बेड सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय स्तर के सुविधा होंगे।
*जिला पदाधिकारी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारियों को कहा कि वे मानवीय मूल्यों का आदर करते हुए आम लोगों की समस्याओं को नजदीक से देखने का प्रयास करें।इसके साथ ही सप्ताह में कम से कम 2 दिन क्षेत्र भ्रमण करें ताकि आप सबों को अच्छा अनुभव मिले। इस क्षेत्र भ्रमण से विकास कार्यों की सही तस्वीर देखने को मिलेगी।*
नगर पुलिस अधीक्षक गया, राकेश कुमार द्वारा जिले में विधि-व्यवस्था एवं पुलिस व्यवस्था के बारे में बताया गया है।नगर पुलिस अधीक्षक ने आगे यह भी बताया कि 1990 के दशक में गया जिला नक्सली गतिविधियों का केंद्र था लेकिन अब कई वर्षों से गया जिला नक्सली गतिविधियों को पीछे छोड़ विकास की ओर तेजी से अग्रसर है।
वही आए हुए प्रशिक्षण प्रशिक्षु को गया नगर निगम के नगर आयुक्त, सावन कुमार ने बताया कि गया में राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटक स्थल होने के कारण शहरी क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था, रोशनी व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ ही जगह-जगह डीलक्स शौचालय का भी निर्माण किया जा रहा है, जिससे आने वाले पर्यटकों को असुविधा ना हो।
इस बारे में आए प्रशिक्षण प्रशिक्षु को वन प्रमंडल पदाधिकारी, अभिषेक कुमार ने बताया कि जिले में काफी संख्या में वनक्षेत्र अच्छादित है। जल जीवन हरियाली के तहत काफी संख्या में वृक्षारोपण किया गया है। इसके साथ ही वन क्षेत्र के लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु वन उत्पादित वस्तुओं से विभिन्न उत्पादों ,सहित महुआ की तिलकुट, बेल का मुरब्बा, मधु इत्यादि का निर्माण बड़े स्तर पर किया जा रहा है।
मालुम हो कि दिनांक- 10.12.2021 से 20.12.2021 की अवधि में भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारियों द्वारा बिहार राज्य के पटना ,गया,और नालंदा जिलों का अध्ययन यात्रा किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त, सुमन कुमार, जिला जन-संपर्क पदाधिकारी, शंभूनाथ झा, विशेष कार्य पदाधिकारी, अमित पटेल, जिला नजारत उप समाहर्ता, अभिषेक कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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