जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सुरक्षित शनिवार के तहत बाल प्रेरकों का लोकल शिक्षकों का हुआ चयन बताते चलें कि फोकल शिक्षक विद्यालयों में बच्चों को आपदा प्रबंधन के गुर सिखाएंगे। इसको लेकर मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत सुरक्षित शनिवार के वार्षिक कैलेंडर के अनुसार शनिवार को प्रखंड के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में फोकल शिक्षकों का कक्षावार बाल प्रेरकों का चयन किया गया। गौरतलब हो कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक की देखरेख में इस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।

प्रधानाध्यापक विद्यालय में इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु एक शिक्षक को फोकल शिक्षक के रूप में नामित किया। इन फोकल शिक्षकों पर विद्यालय आपदा प्रबंधन समिति का गठन और प्रशिक्षण करवाने की जिम्मेदारी होगी। विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना का निर्माण करवाना बालप्रेरकों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित करवाना फोकल शिक्षकों का कार्य है।वहीं कक्षावार बाल प्रेरकों का भी चयन किया गया। बाल प्रेरकों का चयन बच्चों के द्वारा किया गया तथा यह जिम्मेदारी वैसे बच्चों को दी गई जिनका संवाद सम्प्रेषण अच्छा था।

बता दें कि मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों में बच्चों को सुरक्षित शनिवार लागू कर हर शनिवार को आपदा प्रबंधन का पाठ पढ़ाया जाता है। बच्चों को इसमें प्रशिक्षक प्राकृतिक आपदा के बारे में जानकारी देते हैं। जिसमें विशेष रूप से बाढ़, भूकंप, शीतलहर, चक्रवाती तूफान, अगलगी, लूट, ठनका, वज्रपात, सुखाड़, नदी या तालाब में डूबना, भगदड़, नाव दुर्घटना, रेल व सड़क दुर्घटना, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन, पेयजल, स्वच्छता, बच्चों को जागरूक करने के लिए गुड टच एवं बैड टच व सर्पदंश से बचाव की जानकारी दी जाती है।

