जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कृषि बिभाग के सिस्टम की मनमानी के शिकार अन्नदाताओं का विरोध प्रदर्शन इन दिनों तकरीबन प्रत्येक दिन कृषि कार्यालय के समक्ष दिखाई पड़ रहा है।प्रकृति की बेरुखी का दंश झेल रहे किसानों का हंगामा करना शायद उनकी नियति बन गई है।उन्हें अब विभाग की मर्जी से ही खेती करनी होगी।लिहाजा शत-प्रतिशत अनुदान पर वैकल्पिक फसल योजना के तहत मिलने वाले बीज को लेकर खूब हंगामा हो रहा है। बुधवार को भी किसान भवन के समीप किसानों ने विभागीय कर्मियों और भेंडर की मनमानी के खिलाफ हंगामा किया। दरअसल मौसम की बेरुखी का दंश झेल रहे किसानों को आकस्मिक फसल योजना के तहत शत प्रतिशत अनुदान पर वैकल्पिक फसलों अरहर, कुर्थी,मक्का, सरसों, उरद, तोरिया, भिंडी, ज्वार व मूली का बीज उपलब्ध करवाया जा रहा है। सबसे अधिक मांग अरहर के बीज की है।किसान अरहर के बीज के लिए बिहार राज्य खाद्य निगम लिमिटेड के साइट पर आनलाइन आवेदन करते हैं।
अरहर के बीज के लिए ओटीपी भी मिलता है, पर उन्हें अरहर का बीज नहीं मिल पाता है। काफी जद्दोजहद के बाद जब बीज लेने पहुंचता है तो उसके बदले कुर्थी, तोरिया , उरद का बीज किसानों को जबरन थमा दिया जाता है।अरहर के बीज के लिए आनलाइन कराने पर भी जब बुधवार को किसानों को भेंडर के द्वारा अरहर का बीज नहीं दिया गया तो किसानों ने खूब हंगामा किया। किसानों का आरोप था कि कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने अपने विभाग के पदाधिकारियों के बारे में जो कहा वह यहां बिल्कुल सत्य दिखता है। बीज वितरण में भी भ्रष्टाचार की बू आ रही है। वितरण में धांधली बरती जा रही है। उन्हें अरहर का बीज नहीं दिया जा रहा है। सभी को अरहर चाहिए, तो तोरिया,उरद किसको दें । प्रखंड में साठ क्विंटल अरहर का बीज वितरण के लिए आवंटित किया गया था,जो बंट गया है। सभी को अरहर का ही बीज चाहिए तो उरद, मक्का, तोरिया किसको दें। ओमप्रकाश प्रखंड कृषि पदाधिकारी,सोनो