जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
क्षेत्र मे नवरात्र पर्व को लेकर दुर्गा पूजा का उत्साह चरम पर है। सोमवार को महाअष्टमी के मौके पर मां के मंदिरों में पूजा के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। इनमें से महिला श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक थी। महिलाओं में मां का खोइछा भरने को लेकर काफी उत्साह देखा गया। महिलाओं ने श्रृंगार सामग्री एवं प्रसाद के साथ माता का खोइछा भरकर आशीष मांगा। बटिया दुर्गा मंदिर, पैरामटिहाना दुर्गा मंदिर, बुझायत दुर्गा मंदिर ,महेश्वरी दुर्गा मंदिर ,चरकापत्थर दुर्गा मंदिर, अगहरा दुर्गा मंदिर और सोनो दुर्गा मंदिर में हर कोई मां के दर्शन आराधना को लेकर आतुर दिखा। भक्तों की भीड़ को देखकर प्रशासन भी मुस्तैद थी।थानाध्यक्ष अब्दुल हलीम,एसआई त्रिपुरारी कुमार,एसआई अजय कुमार सशस्त्र जवानों के साथ भीड़ को नियंत्रित करते दिखे।
पूजा के लिए आए श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसको लेकर पूजा कमिटी के सदस्य भी प्रयासरत थे। कहा जाता है कि मां गौरी ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। ऐसी मान्यता है कि पूरे विधि-विधान से मां की पूजा करने पर मनचाहा जीवनसाथी की मुराद पूरी होती है। पंडित श्यामसुंदर पांडेय ने बताया कि जो भी भक्त सच्चे दिल से मां गौरी की पूजा करता है तो संसार में कभी उसका अमंगल नहीं होता है। उसको मन वांछित फल की प्राप्ति होती है। मां की उपासना से तप, त्याग, वैराग्य ,सदाचार, संयम की वृद्धि होती है।वहीं महाअष्टमी के मौके पर कई जगह पर विधि विधान से मां दुर्गा, महागौरी और समस्त देवों को भोग लगाकर कन्या पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने प्रेम पूर्वक कुमारी कन्याओं को भोजन कराया तथा चुनरी के साथ तिलक लगाकर कन्याओ के चरण स्पर्श किए।