जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सरकार के निर्देश पर सूबे के प्रारंभिक स्कूलों में शनिवार को बैगलेस डे किया गया है। बैगलेस डे में बच्चे बिना बस्ते के स्कूल जा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा दिवस के मौके पर इसकी घोषणा की थी।अब शनिवार के दिन स्कूल बैग अनिवार्य रूप लेकर नहीं आना है। इस दिन स्कूलों में योग, व्यायाम, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां आदि से बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ जीवन जीने की कला भी सिखाई जा रही है। इसी कड़ी में शनिवार को प्रखंड के प्रारंभिक विद्यालय के बच्चों ने योगाभ्यास व एरोबिक्स किया।गौरतलब हो कि विभाग ने बैगलेस शनिवार
के लिए व्यापक निर्देश जारी किया है।इसके मुताबिक अब सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को बच्चों को बस्ता लेकर स्कूल नहीं जाना होगा। स्कूल में उनका पूरा दिन योग, पीटी, खेलकूद, संगीत-नाटक-कहानी और ऐसी ही अन्य गतिविधियों में बीतेगा। स्कूली शिक्षा को रोचक, व्यावहारिक और अपने आस-पास के माहौल से जोड़ने के लिए यह कोशिश शुरू की गई है।प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सीताराम दास ने बताया कि बैगलेस-डे के दिन स्कूलों में अलग-अलग समय निर्धारित कर योग-व्यायाम, एक दूसरे से सीखना, समूह अधिगम, खेल और पुस्तकालय , समूह कार्यक्रम, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधि होंगी। कक्षा पहली से आठवीं तक के स्कूलों में व्यायाम, योग, क्रीड़ा प्रतियोगिता, साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियां, मूल्य-शिक्षा, कला-शिक्षा, पुस्तकों के अतिरिक्त पुस्तकालय एवं अन्य पठन सामग्रियों का उपयोग सुनिश्चित किया जा सकता है। विद्यार्थियों की पढ़ी गई पुस्तक पर शिक्षकों और समूह के साथ चर्चा की जाएगी। स्थानीय खेल का आयोजन संस्था में उपलब्ध संसाधन के अनुसार किया जाएगा। साहित्यिक गतिविधि में बिहार की विभूतियों, भारतीय संविधान, संविधान की प्रस्तावना, शारीरिक शिक्षा और नैतिक शिक्षा आदि को शामिल किया गया हैं। कहानी-कथन के अलावा, वाद-विवाद प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, तात्कालीक भाषण, प्रश्नमंच, समूह परिचर्चा भी इसमें शामिल है। निबंध, कविता, कहानी, संवाद लेखन, और चार्ट निर्माण आदि गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।विभागीय निर्देश के अनुसार शनिवार को कृषि, जल, पर्यावरण, ऊर्जा संरक्षण, पशु संरक्षण एवं संवर्धन पर परिचर्चा आयोजित की जाएगी। इन पर आधारित प्रतियोगिता,मॉडलों का निर्माण एवं प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। बच्चों को प्रत्येक स्तर के लिए विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के संदर्भ में जागृत और प्रेरित किया जाएगा।