एसएसबी चरकापत्थर ने सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र मे झंडात्तोलन कर ग्रामीणो के बीच बांटी मिठाईयां

जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट


जिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सर का प्रथम थाना क्षेत्र के विभिन्न ने सुदूरवर्ती नक्सली क्षेत्रों में सामाजिक समरसता के क्षेत्र में अनूठे प्रयासों के लिए प्रसिद्ध SSB चरकापत्थर ने फिर से नई सोच अपनाई। गणतंत्र दिवस के असली मायने समझते हुए इस बार क्षेत्र के महादलित टोला

और मुस्लिम समुदाय के मोहनाडीह गांव में सैनिक सम्मान के साथ झंडात्तोलन करवाया। ग्रामवासियों के साथ संवाद करते हुए सहायक कमांडेंट श्री आशीष वैष्णव ने लोगों को गणतंत्र का महत्व समझाया और बच्चो को पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।लोगों को गणतंत्र का महत्व समझाते हुए सहायक कमांडेंट आशीष वैष्णव ने बताया कि भारतीय इतिहास में उल्लिखित दो सबसे महत्वपूर्ण घटनाएं यथा, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस है। जितना देश की आजादी का दिन प्रमुख है, उतना ही खास लोकतंत्र के स्थापना का दिन भी है। 1857 से शुरू हुआ आजादी का सफऱ 1947 में पूरा हुआ। किन्तु यह आजादी अधूरी थी, यह 1950 में हमारे देश के गणतंत्र राज्य बनने के बाद फलीभूत हुआ।उन्होंने बच्चो को पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए भी प्रेरित किया। मुशहरी टोला में लोगो को शराब से दूर रहने और मोहनाडीह में सामाजिक भाईचारा बढ़ाने का संदेश दिया। मोहनाडीह में रजौन पंचायत की मुखिया साजो बीबी ने सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में झंडातोलन किया।

मुशहरी टोला में लोगो को शराब से दूर रहने और मोहनाडीह में सामाजिक भाईचारा बढ़ाने का संदेश दिया। मोहनाडीह में रजौन पंचायत की मुखिया साजो बीबी ने सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में झंडातोलन किया। राष्ट्रीय पर्व के प्रसाद के रूप में आसपास के क्षेत्र में एसएसबी ने मीठी बूंदी का वितरण किया।

वर्दीधारी सैनिकों की उपस्थिति से बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला। विगत हो हर राष्ट्रीय पर्व पर एसएसबी चरकापत्थर कैंप आम लोगों को झंडोत्तोलन में शरीक होने के लिए निमंत्रण देता है। जिससे न केवल आपसी सामंजस्य पैदा होता बल्कि एक पारस्परिक सद्भाव और सम्मान भी फलता फूलता है। इसी का नतीजा है किनी क्षेत्र आज नक्सल प्रभाव से मुक्त है और आर्थिक और सामाजिक रूप से विकसित हो रहा है।

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