प्रकृतिक खेती विषय पर किसान गोष्ठी आयोजित धरती पर कम हो रहा हरित आवरण व उर्वरकों का असंगत प्रयोग मानव जीवन के लिए खतरनाक

जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट






हरित आवरण व उर्वरकों के असंगत प्रयोग से धरती पर लगातार कम हो रहे मानव जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है या यूं कहें मानव जीवन के अस्तित्व पर संकट पैदा कर दिया है। अपने सुरक्षित भविष्य के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता है, यह बातें प्रखंड के नैयाडीह पंचायत सरकार भवन में स्वराज्य सभा, ग्राम भारती एवं कृषि विज्ञान केंद्र जमुई के संयुक्त तत्वाधान में प्राकृतिक खेती विषय पर आयोजित किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए केवीके जमुई के केंद्र प्रमुख व वरीय वैज्ञानिक डा सुधीर कुमार सिंह ने कही।उपस्थित किसानों को प्राकृतिक खेती के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि मानव जीवन को सुरक्षित बनाने को लेकर हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता है। धरती को हरित आवरण आच्छादित करने की जरूरत है।इच्छुक किसानों को केवीके के माध्यम से फलदार पौधा भी उपलब्ध कराया जायेगा। कृषि वैज्ञानिक ने किसानों के फायदे के लिए केवीके द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाश डाला। मौके पर उपस्थित ग्राम भारती के संचालक कुमार विमलेश ने कृषि विज्ञान केंद्र जमुई द्वारा सदूर ग्रामीण क्षेत्र के किसानों के बीच इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को जागरूक करने का जो प्रयास किया जा रहा है उसे काफी सराहनीय प्रयास बताया है। साथ ही लोगों को केंद्र से जुड़ कर एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर लाभदायक खेती करने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड स्वराज्य सभा के अध्यक्ष सह पूर्व पैक्स अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद सिंह ने किया। जबकि मंच संचालन समाजसेवी सह मुखिया प्रतिनिधि एतवारी यादव द्वारा किया गया।मौके पर निरंजन सिंह, नाजिर मियां, शिबू यादव, ज्योतिष तुरी,जफीर मियां,वसिल सोरेन, नंदलाल यादव, हीरा यादव, डब्लू रजक, गोपाल तुरी, किशोरी मांझी, सीता देवी, रुक्मिणी देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

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