बालू ढुलाई के दौरान काजवे पर बड़े वाहनों से गिरे बालू ने जल निकास को किया बंद जलजमाव से बरनार काजवे का अस्तित्व खतरे में

जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्टजिले के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बालू ढुलाई में लगे वाहनों के परिचालन के कारण बरनार नदी पर बने सोनो चुरहेत काजवे के अस्तित्व पर ही खतरा मंडराने लगा है। काजवे पर बालू व मिट्टी के कारण बारिश का पानी जमा होने से यह काजवे तालाब बन गया है। पुल के ऊपर जल जमाव से राहगीरों को भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड रहा है।जमे पानी से होकर गुजरते वाहन के कारण पानी के बौछार से पैदल राहगीर भींग रहे है उनके कपड़े खराब हो रहे है और साथ में जो सामान होता है पानी से वह भी खराब हो जा रहा है। लोगों को इससे बड़ी परेशानी हो रही है।लोगों की परेशानियों को दूर करने को लेकर उदासीन रह रहे सोनो प्रशासन का इस समस्या को लेकर भी सकारात्मक रवैया नहीं दिख रहा है।दरअसल बरनार काजवे से होकर प्रत्येक दिन बड़ी संख्या में बालू लदे भारी वाहन गुजरते है। काजवे पर इन्हीं भारी वाहनों से गिरे बालू के कारण पुल के ऊपर बने जल निकासी के छिद्र बंद हो गया। बारिश के कारण गीले बालू भारी वाहनों के पहिये के दवाब से धीरे धीरे पुल के दोनों किनारे पर जा लगा।इस कारण पुल के ऊपर दोनों किनारे बालू व मिट्टी के कारण उंचे हो गए जबकि पुल के बीच का भाग गहरा हो गया। अब बारिश होने पर इस बारिश के पानी का निकास अवरुद्ध हैजिससे बारिश के पानी का निकलना मुश्किल है। इस स्थिति में पुल तालाब में तब्दील है जिससे लोग परेशान है। प्रशासन बालू संवेदक पर इतना भी दवाब डालने से परहेज कर रहा है कि जेसीबी या अन्य किसी माध्यम से काजवे के दोनों किनारों पर पड़े बालू व मिट्टी को हटाकर न सिर्फ लोगों को राहत दे बल्कि पुल को भी नुकसान होने से बचाए।

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