जमुई से सरोज कुमार दुबे की रिपोर्ट
जमुई : सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत किसान भवन में परिचर्चा का आयोजन किया ।मद्य निषेध (नशा मुक्ति), बाल विवाह व दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयों से बचने के लिए लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से सोमवार को प्रखंड के किसान भवन में परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा के दौरान बीडीओ ने कहा कि बाल विवाह, दहेज प्रथा और मद्यपान जैसी कुरीति पर रोक की शुरुआत घर से ही हो। यदि हम प्रत्येक व्यक्ति अपने घर परिवार से इन कुरीतियों के उन्मूलन की शपथ लेते हैं तो हम निश्चित ही बाल विवाह मुक्त, दहेज मुक्त, नशा मुक्त बिहार का सपना साकार कर सकते हैं। बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बाल विवाह बचपन खत्म कर देता है। बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और संरक्षण पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसका सीधा असर न केवल बच्चे बल्कि उनके परिवार और समुदाय पर भी होता है।वहीं नशा सेवन करने वाले व्यक्ति को शारीरिक, आर्थिक व सामाजिक नुकसान उठाना पड़ता है।दहेज लेना और देना अपराध है। ऐसा कर हम स्वयं और समाज की नजरों में गिर जाते हैं। बीडीओ ने नशा मुक्ति, बाल विवाह व दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयों के प्रति लोगों को आगाह किया व इस पर अंकुश लगाने के लिए समाज के बुद्धिजीवियों से आगे आने की अपील की। उन्होंने बताया कि कल तक प्रखंड के प्रत्येक पंचायत में इन कुरीतियों के खिलाफ परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान प्रत्येक पंचायत में पांच सदस्यों के समाज सुधार दल का गठन किया जाएगा, जिसमें तीन महिला व दो पुरुष शामिल रहेंगे। यह दल अपने पंचायत में इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोगों को आगाह करते हुए उन्हें जागरूक करेंगे। पंचायत में आयोजित होने वाले परिचर्चा में पंचायत प्रतिनिधि, बुद्धिजीवी सहित सभी पंचायतस्तरीय कर्मी मौजूद रहेंगे। प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी प्रशांत कुमार चौधरी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी कुमार संजय मौजूद थे ।