कल दत्तोपंत ठेंगड़ी की 19वीं पुण्यतिथि समरसता दिवस के रूप में मनाई जाएगी: रामधारी

Posted by Dilip Pandey

धनबाद:महाराष्ट्र प्रदेश के अंतर्गत वर्धा जिले के आर्वी गांव मे 10 नवंबर 1920 को जन्मे भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक श्रधेय दत्तोपंत ठेंगड़ी की पुण्यतिथि पुरे भारतवर्ष में 14 अक्टूबर 2023 को निर्वाण एवं सामाजिक समरसता दिवस के रुप में मनाई जाएगी।
श्रधेय दत्तोपंत ठेंगड़ी 23 जुलाई 1955 को भारतीय मजदूर संघ की स्थापना की थी। आज उन्ही के मार्ग पर चलकर राष्ट्रहित उद्योग हित मजदूर हित को सर्वोपरि मानकर अपना सफर शून्य से शुरू किया। वर्ष1989 में सदस्यता सत्यापन के आधार पर 34 वर्षों के अंतराल में संघ ने तमाम केंद्रीय श्रमिक संगठन को पीछे छोड़ते हुए शून्य से शिखर तक का सफर तय कर देश का सबसे बड़ा श्रम संगठन बना।भा.म.संघ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बनाई। वर्ष 1989 भा.म.संघ के लिए अविस्मरणीय रहा जो देश के सबसे बड़े श्रम संगठन होंने के नाते अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला,जो आज भी जारी है।श्रधेय ठेगड़ी लगभग 50 वर्षों तक राष्ट्रीय सेवक संघ के प्रचारक भी रहे उन्होंने भारतीय मजदूर संघ के स्थापना के अलावा भारतीय किसान संघ, समाजिक समरस्ता मंच, सर्व पंथ समादर मंच, पर्यावरण मंच,की स्थापना की । वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवंम संस्कार भारती के भी संस्थापक थे।
उन्होंने देश के विकास के लिए अपनी उच्च राजनीतिक महत्वकांक्षा के कारण 12 वर्षों तक राज्य सभा के सदस्य भी रहें इस दौरान देश विदेश का भ्रमण कर उन्होंने संघ में नीव रखी वे हिंदी अंग्रेजी मराठी भाषा के ज्ञाता एवं महान लेखक भी थे उन्होंने 100 से अधिक पुस्तक संपादिकीय रचनाएं की उनके द्वारा लिखित तीसरा विकल्प,राष्ट्र प्रस्तावना, सप्तक्रम, कार्यकर्ता की मनो भूमिका,संकेत रेखा, लक्ष्य और कार्य ,कम्युनिजम अपने ही कसौटी पर आदि प्रमुख उनकी रचनाएं हैं।धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ के महामंत्री रामधारी ने बताया कि श्रधेय दत्तोपंत ठेंगड़ी की 19 वीं पुण्यतिथि पर संघ के क्षेत्रों,शाखाओ के सभी यूनियन कार्यालय में समरसता दिवस के रूप मे मनाई जाएगी।

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