Posted by Dilip Pandey
धनबाद:मंगलवार 7 नवंबर को मार्क्सवादी समन्वय समिति धनबाद जिला कमेटी ने मासस केंद्रीय कार्यालय टेंपल रोड, पुराना बाजार में 7 नवंबर समाजवादी क्रांति दिवस पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया।
विचार गोष्ठी को मुख्य अतिथि मासस के केंद्रीय महामंत्री हलधर महतो ने संबोधित करते हुए कहा कि पूंजीवाद का विकल्प समाजवाद है और नई दलित क्रांति ही समाजवाद का एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीति अमेरिका प्रस्त है। देश की अस्मिता आज कॉर्पोरेट की गुलाम है जिसका नतीजा महंगाई, बेरोजगारी, जाति, सांप्रदायिक दंगे मोदी सरकार की तानाशाह नीति से मजदूर किसान आम जनता त्रस्त है।बाजारवादी शक्तियों का वर्चस्व चरम पर है। उन्होंने कहा कि इसलिए कॉमरेड ए के राय का विचार ही एकमात्र रास्ता है कि राज्य मिला पर राज नहीं मिला। इसलिए बिरसा से लेनिन के मार्ग पर चलकर नई दलित क्रांति द्वारा ही भारत में समाजवाद का स्थापना की जा सकती है।मासस जिला अध्यक्ष बिंदा पासवान ने कहा कि आज सत्ता नहीं व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई तेज करने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि मासस का इतिहास हमेशा चरित्र के साथ विचार को लेकर आगे बढ़ा है आज इसी संकल्प को दोहराने की जरूरत है।मायुमो जिला अध्यक्ष पवन महतो ने कहा कि आज युवा वर्ग को नवंबर क्रांति से प्रेरणा लेकर समाजवादी क्रांति की लड़ाई को तेज करने की जरूरत है।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता मासस जिला अध्यक्ष बिंदा पासवान ने की एवं संचालन जिला उपाध्यक्ष सुभाष चटर्जी ने किया। गोष्ठी में मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष रुस्तम अंसारी, आनंद मयीपाल, हीरालाल महतो, सुखलाल महतो, भगत राम महतो, विजय पासवान, राणा चटराज, विश्वजीत राय, रामप्रवेश यादव, मनीष यादव, वेद प्रकाश सिंह, राजेश बिरुआ, भगवान पासवान, टुन्नू गुप्ता, हरेंद्र निषाद, जगदीश साव, चौधरी भुईया, संजय पासवान, चिंटू रवानी, चंद मौली पांडे आदि उपस्थित थे।