अवैध कोयला लोड छह पिकप भेन तस्कर ले जाने में हुए कामयाब
निरसा (धनबाद )ः ईसीएल मुगमा क्षेत्र की सभी कोलियरियों,ओसीपी में कोयला चोरी रोकने के लिए ईसीएल प्रबंधक प्रतिमाह लाखों रुपये खर्च कर सीआईएसएफ कैम्प की स्थापना की । कोयले की चोरी अवैध उत्खनन तो नही रुक रहा जिसके उल्ट चोरों की सांठ गांठ से दोनों मलमाल हो रहा है, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जिसका ताजा उदाहरण कल शुक्रवार की देर शाम खुदिया कोलियरी के कालीमांटी में देखने को मिला ।अवैध कोयला लोड की सूचना पर बैजना सीआईएसएफ कैम्प अधिकारी ने सूचनाकर्ता को कहा कि रात में फोन न करें दिन में करें ।
प्राप्त समाचार के अनुसार शुक्रवार की शाम ओसीपी से चुराया एवं अवैध उत्खनित कोयला को लोड करने के लिए छह पिकप भेन पहुचा ,भेन पर कोयला लोड होने लगा इसीबीच किसी ने सीआईएसएफ के बंगाल के सितलपुर इंचार्ज को सूचना दे दी । बंगाल सीआईएसएफ के पहुचने की सूचना लीक हो गई । जबतक सीआईएसएफ पहुंचती तस्कर कोयला लोड पिकप भेन को ले कर उड़न छू हो गए । जब बैजना कैम्प सीआईएसएफ के अधिकारी से घटना की विस्तृत जानकारी के लिऐ सम्पर्क किया गया तो उनका जबाब था कि रात में फोन न करें दिन में करें ……..?
अब प्रश्न उठता है कि छापामारी की सूचना कैसे लीक हो गई , किसने लीक किया ………….. ?
विस्वस्त सूत्र के अनुसार अवैध कोयले को प्रतिदिन रात के अंधेरे में पिकप भेन, मिनी हाइवा से गोबिंदपुर के भट्ठों में खपाया जाता है । पुलिस व सीआईएसएफ किस मर्ज की दवा है ………..? अब तो लोग खुलेआम कहते हैं कि यह खेल पुलिस व सीआईएसएफ की मिली भगत से चल रहा है । जो चढ़ावा नही देता छापामारी होती है ,जो देता है वह सिकन्दर है।
अबैध कोयले के कारोबार पर सरकार व पुलिस प्रशासन , सीआईएसएफ की अंकुश की घोषणा व सख्ती का खुलेआम धज्जियां उड़ रही है । सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवस्यकता है ।