Posted by Dilip Pandey
झरिया (धनबाद): देश की कोयला राजधानी झरिया में ख्यातिप्राप्त ज्योतिषविद् और सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक जगदीश चौबे का निधन हो गया। मंगलवार की दोपहर करीबन 2.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
वे अपने पीछे दो पुत्र पत्रकार प्रद्युम्न चौबे व शिक्षक प्रजेश चौबे समेत पुत्रवधू, पौत्र-पौत्रियां समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
दिवंगत जगदीश चौबे के पिता झरिया राज में मुख्य सभासद् ज्योतिष थे।सन् 1960 ई. में वे स्थायी रूप से औरंगाबाद से धनबाद आ गए।यहां आने के बाद पिता के साथ ज्योतिष कार्यों में सहयोग करने लगे। 70 के दशक में उन्होंने अपना कैरियर शिक्षण के क्षेत्र में प्रारंभ किया। सन् 2006 में झरिया आमलापाड़ा स्थित डीएवी स्कूल से बतौर प्रधानाध्यापक सेवानिवृत्त हुए।
आजीवन अनुशासित और सादगीपूर्ण जीवन जीने वाले स्व. चौबे सामाजिक सरोकारों से गहरे तौर पर जुड़े थे।ज्योतिष-विद्या में उन्हें महारथ हासिल थी। शैक्षणिक पेशे में उन्होंने पूरी ईमानदारी बरती और विद्यार्थियों के बीच एक अनुशासनप्रिय और पढाई के प्रति भरपूर प्रोत्साहन देने वाले अध्यापक के रूप में जाने गए।
उनके ज्येष्ठ पुत्र स्व. पुरूषोत्तम चौबे कोयलांचल के तेजस्वी व ऊर्जावान पत्रकार थे, जिनके असमय निधन ने उन्हें अंदर से झकझोर दिया था। बावजूद इसके, समाज और परिवार के प्रति उनके समर्पण और मूल्यों से समझौता न करने सिद्धांत में लवलेश-मात्र का भी विचलन नहीं आया।
उनके मंझले पुत्र प्रद्युम्न चौबे हिंदुस्तान टाइम्स से जुड़े हैं और मीडिया के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान रखते हैं, कनिष्ठ पुत्र प्रजेश चौबे डीएवी स्कूल में शिक्षक के तौर पर कार्यरत हैं। स्वः जगदीश चौबे के निधन पर उन्हें जानने वालों ने गहरा शोक जताया है।
पंचतत्व में विलीन हुए ज्योतिषविद् एवं पूर्व प्रधानाध्यापक जगदीश चौबेः
झरिया कोल फील्ड के ख्यातिप्राप्त ज्योतिषविद् एवं पूर्व प्रधानाध्यापक जगदीश चौबे का अंतिम संस्कार बुधवार को बस्ताकोला गौशाला स्थित मुक्तिधाम में संपन्न हुआ।
मुखाग्नि उनके छोटे पुत्र शिक्षक प्रजेश चौबे ने दी।
इस अवसर पर उनके मझले पुत्र एवं पत्रकार प्रदुमन चौबे, पत्रकार रमेश सिंह, पत्रकार रिजवान के अलावा बबन दता, राजेश केसरी, दिनेश ठाकुर सहित स्थानीय लोग मौजूद थे।