Dhanbad:वर्चस्व की लड़ाई में लाल होती रही है कोयलांचल की धरती

गोलियों की गिनती नहीं, मौत का आंकड़ा दहलाने वाला

Posted by Dilip Pandey


धनबाद : वर्चस्व की लड़ाई में धनबाद कोयलांचल की धरती अक्सर लाल होती रही है. कोयला के काले धंधे और रंगदारी को लेकर कोयलांचल में गोली-बारी और बमबाजी की घटनाएं आम हैं. इन घटनाओं में गोलियों की गिनती नहीं, बल्कि मौत के आंकड़े दिल दहलाने वाले हैं. ताजा मामला धनबाद जेल में बंद कुख्यात शूटर अमन सिंह की हत्या का है. आए दिन रंगदारी, लूट, डकैती व गोलीबारी की घटनाओं से कोयलांचल के लोग खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं. कोयलांचल मुख्यतः गैंगवार के लिए सुर्खियों में बना रहता है. धनबाद को काला हीरा की नगरी कहकर महिमा मंडित किया जाता रहा है. उसी हीरे को गले का हार बनाने के लिए वर्चस्व की जंग भी छिड़ी रहती है.

तीन साल के आंकड़ों पर गौर करें, तो फरवरी 2021 से दिसंबर 2022 तक हत्या की 5 घटनाओं ने शहर को दहला दिया था. 13 फरवरी 2021 को शहजाद खान, 12 मई 2021 को लाला खान, 24 नवंबर 2021 को महताब आलम उर्फ नन्हे, 5 दिसंबर 2022 को अजय पासवान और 12 दिसंबर 2022 को शहबाज सिद्दिकी उर्फ बबलू को गोलियों से भून दिया गया. वहीं, वर्ष 2023 में अब तक हुई हत्या की 4 घटनाओं को याद करने मात्र से ही लोग दहल जाते हैं. इनमें 2 फरवरी को रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह, 12 अप्रैल को बरवाअड्डा के जमीन कारोबारी राजकुमार साव, 3 मई को इकबाल के करीबी बबलू उर्फ ढोलू तथा 3 दिसंबर को धनबाद जेल के अंदर गैंगेस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई.

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