जामाडोबा में सात दिवसीय रामचरित्र मानस यज्ञ संपन्न

Posted by Dilip Pandey

जोड़ापोखर (धनबाद) ःआदर्श समिति द्वारा जामाडोबा अयोध्या नगरी स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर के प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय रामचरित्र मानस यज्ञ के अंतिम दिन शनिवार को यज्ञ मंडप परिक्रमा में महिला एवं पुरुष श्रधालुओ की काफी भीड़ देखी गई।

दोपहर में हवन पूजन के साथ यज्ञ कि पूर्णाहुति कि गई। संध्या में महाप्रसाद का वितरण किया गया तथा भजन का आयोजन कि गई थी। यज्ञ के अंतिम दिन अयोध्या से प्रवचन करने आए आचार्य मनीष जी ने प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक व हनुमत चरित्र पर कथा का वर्णन किया।

उन्होंने कहा कि बंदर, भालुवों की मदद से भगवान श्री राम ने लंका पर विजय प्राप्त कर विभीषण को राजगद्दी सौंप कर बंदर भालुओं के साथ पुष्पक विमान में आरूढ़ होकर अयोध्या पहुँच गए। भगवान को रावण का बद्ध कर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटने की सूचना पर पूरे अयोध्या में दीपोत्सव मनाकर सारे अयोध्यावासी ने उनका भव्य स्वागत किया और विधिवत प्रभु श्री राम का राज्याभिषेक किया गया ।

उन्होंने कहा कि दीपोत्सव का मतलब अज्ञानता का नाश कर ज्ञान को प्रकास्ट करना है।
उन्होंने चौपाई के माध्यम से कहा कि—– राम राज बैठे त्रेयलोका, हर्षित भय गए सब सोका।
राज्याभिषेक के उपरांत राम राज की स्थापना हो जाती है।यज्ञ को सफल बनाने में भैरव हाड़ी,छोटा लाल हाड़ी,राजू हाड़ी,विजय सिंह,परमानंद, मनोज साव,गोविंद कुमार आदि का अहम योगदान रहा है ।

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