बरारी में आउटसोर्सिंग परियोजना के खिलाफ ग्रामीणों ने विरोध करने का लिया निर्णय

Posted by Dilip Pandey
जोड़ापोखर (धनबाद): जोरापोखर थाना क्षेत्र के बरारी मुहल्ला से सटाकर सोमवार से आउटसोर्सिंग परियोजना के शुरू करने कि प्रबंधन कि योजना के खिलाफ ग्रामीणों ने रविवार को बैठक कर विरोध करने का निर्णय लिया है । परियोजना विस्तारीकरण का कार्य कल से शुरू होने पर ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए आउटसोर्सिंग समर्थकों के साथ टकराव होने कि संभावना प्रबल दिख रही है।

प्रबंधन ने इस आलोक में जोरापोखर पुलिस से कार्य के दौरान सुरक्षा कि मांग किया है। इधर विस्थापन के मुद्दे पर तथा आउटसोर्सिंग परियोजना का विरोध करने को लेकर बरारी के ग्रामीण दो गुटों में बंट गए है। एक गुट का नेतृत्व कर रहे झारखंड प्रदेश कोंग्रेस के प्रवक्ता शमशेर आलम ने ग्रामीणों कि बैठक में कहा कि बरारी में लोग 100 वर्षों से अधिक से अपना आशियाना बनाकर रह रहे है। वर्तमान में बीसीसीएल प्रबंधन कि महज 20 फिट की दूरी पर कोयला उत्खनन को आउटसोर्सिंग परियोजना चलाने की योजना है। जिससे ग्रामीणों के मकानों के साथ साथ जनजीवन प्रभावित होंगे। इसलिए प्रबंधन पहले यहां के लोगों का सम्मानजक विस्थापन करे, अन्यथा आउटसोर्सिंग परियोजना का विरोध किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो ग्रामीणों के आंदोलन का प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर एवं प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता खुद नेतृत्व करेंगें ।

बैठक में हलीम अंसारी ,इम्तियाज अंसारी ,गायत्री देवी,मेमजान खातून,शहनाज परवीन, कहकशा परवीन, मेहरून निशा,शहनाज बानो,अमला खातून,रिहाना बीबी,शाहजहां खातून आदि थे।

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