एलआईसी के अधिकारी एवं कर्मचारी का 4 सूत्री मांगों को लेकर एक घंटे का देशव्यापी बहिर्गमन हड़ताल

Posted by Dilip Pandey
धनबाद: बुधवार 10 जनवरी को
भारतीय जीवन बीमा निगम मे गठित संयुक्त मंच ,जिसमे क्लास वन अधिकारियों का संगठन एलआईसी क्लास वन ऑफिसर्स फेडरेशन, विकास अधिकारियों का संगठन एन एफ आई एफ डबल्यू आई तथा क्लास 3 और क्लास 4 कर्मचारियों का संगठन एआईआईइए शामिल है , के आह्वान पर बुधवार को पूरे भारत वर्ष के पैमाने पर तथा विशेष कर हजारीबाग मण्डल के अंतर्गत भारतीय जीवन बीमा निगम के सारे कार्यालय मे निम्न मांगों को लेकर भोजनावकाश पूर्व एक घंटे का देशव्यापी बहिर्गमन हड़ताल किया गया है। आज के हड़ताल के मुद्दे 1.1अगस्त 2022 से देय वेतन पुनर्निर्धारण पर तत्काल वार्ता प्रारंभ करने।2.एन पी एस कोष में प्रबंधकीय अंशदान 10 से बढ़ाकर14% करने। 3. सभी संवर्ग में नई भर्ती प्रारंभ करने।
4.कर्मचारियों, अधिकारियों के मुद्दो पर प्रबंधन की एकतरफा कार्यवाही बंद करने। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए बीमा कर्मचारी संघ हजारीबाग मंडल के अध्यक्ष ने कहा कि हमारी वेतन संशोधन की मांग जो 01.08.2022 से देय है वह पूर्णतया उचित है तथा एलआईसी कर्मचारियों की जायज मांग को प्रबंधन अनुचित रूप से अनदेखा कर रही है। यह दुखद है कि 17 महीने बीत जाने के बाद भी प्रबंधन ने अभी तक इस मुद्दे पर बातचीत शुरू नहीं की है।एलआईसी ने पिछले कुछ वर्षों में उत्कृष्ट प्रगति की है और कर्मचारी और अधिकारी उद्योग की प्रगति में अपनी उचित हिस्सेदारी के हकदार हैं।अब समय आ गया है कि प्रबंधन इस बात को समझे और बिना किसी देरी के वेतन वार्ता शुरू करे।
एनपीएस में प्रबंधन के योगदान को मौजूदा 10% से बढ़ाकर 14% करने की मांग अभी भी लंबित है। एनपीएस के अंतर्गत आने वाले एलआईसी कर्मचारियों को इस लाभ से वंचित करना प्रबंधन की ओर से बेहद अन्यायपूर्ण है, जबकि यही लाभ सरकारी सेवाओं और बैंकिंग उद्योग में काम करने वालों को बहुत पहले ही दिया जा चुका है। इस मुद्दे का तुरंत समाधान किया जाना चाहिए। सभी संवर्ग में नई भर्ती प्रारंभ करना समय की मांग है। सभी कार्यालय मैन पावर की भारी कमी से जूझ रहे हैं. मौजूदा कार्यबल पर काम का बोझ बढ़ रहा है और बड़ी संख्या में सेवानिवृत्ति के कारण कार्यबल में कमी आ रही है। इसलिए, उभरते प्रतिस्पर्धी माहौल में ग्राहकों की बढ़ती अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी संवर्गों, विशेष रूप से तृतीय और चतुर्थ श्रेणी संवर्गों में पर्याप्त भर्ती अत्यंत आवश्यक है।आईपीओ के बाद एलआईसी में भारी बदलाव हो रहे हैं। व्यवसाय मॉडल में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है और तकनीकी उन्नयन दिन का क्रम बन गया है। एलआईसी का प्रतिबद्ध कार्यबल बदलते परिदृश्य के अनुरूप ढलने और उद्योग की भलाई के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। लेकिन, यह खेदजनक स्थिति है कि प्रबंधन कर्मचारियों की सद्भावना को नजरअंदाज कर रहा है । प्रंबधन न कर्मचारियों को विश्वास में ले रहा है न ही कर्मचारी संघों के साथ जानकारी साझा कर रहा है अथवा उद्योग से संबंधित विभिन्न विकासों पर चर्चा कर रहा है। इस तरह का एकतरफा रवैया बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।ऐसे में प्रबंधन को गहरी नींद से जगाना जरूरी हो गया है। यह केवल सामूहिक कार्रवाई ही इसे सुनिश्चित कर सकती है। एक घंटे की वॉक-आउट हड़ताल इस दिशा में केवल शुरुआत है। आज की हड़ताल को सफल बनाने में भारतीय जीवन बीमा निगम के धनबाद जिले के सभी शाखाओं के साथियो ने शत प्रतिशत योगदान दिया।

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