रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की आंच आपकी जेब तक भी आएगी. रूस-यूक्रेन तनाव के कारण पिछले कुछ दिनों से कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा हो रहा था और गुरूवार को रूस के यूक्रेन पर हमला करते ही क्रूड ऑयल की कीमतें 103 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई. पिछले ढाई महीने के भीतर कच्चे तेल के दामों में 27 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है.
घरेलू तेल कंपनियों ने 3 नवंबर से पेट्रोल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है. लेकिन तब से लेकर अब तक कच्चा तेल 20 डॉलर प्रति बैरल से से भी ज्यादा महंगा हो गया है. जानकारों का कहना है कि अगर रूस यूक्रेन युद्ध लंबा चलता है तो कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं.
ऐसे हालातों में घरेलू तेल कंपनियां डीजल और पेट्रोल के रेट 15 रुपये लीटर तक बढ़ा सकती हैं. यह हो सकता है कि बढ़ोतरी एक साथ न करके दो-तीन चरणों में की जाए. प्राकृतिक गैस की कीमत भी बढ़ रही है. इसके चलते आने वाले दिनों में LPG और CNG के दाम LPG भी 10 से 15 रुपए तक बढ़ सकते हैं, ऐसा माना जा रहा है.

