हजारीबाग : सृष्टि की रचना स्त्री एवं पुरुष के बिना संभव नहीं है, इसलिए समाज में लैंगिक समानता की जरूरत है। आज महिलाएं घर की चहारदीवारी के अंदर बंद नहीं है। उनकी काबिलियत समाज में दिख रही है। उक्त बातें स्थानीय मार्खम कॉलेज के विवेकानंद सभागार में एनएसएस इकाई के तत्वाधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की अध्यक्षता करतें हुए कॉलेज के प्राचार्या डॉ संध्या प्रेम ने कही। उन्होंने कहा कि 8 मार्च को भारत समेत विश्व में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1975 में युनाइटेड नेशंस ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की शुरुआत की। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 का थीम जेंडर इक्वलिटी टुडे फॉर टुमारो है अर्थात समान कल के लिए समाज में लैंगिक समानता जरूरी है। प्राचार्या ने कहा कि हमारा देश विकासशील है और विकसित देशों की ओर अग्रसर है। आज की महिला शिक्षित है। उन्होंने कल्पना चावला ,सुनीता विलियम्स, शहनाज हुसैन का नाम लेते हुए कहा कि दुनिया को ऐसी महिलाओं पर नाज है। उन्होंने कहा कि आज दस फीसदी महिलाओं को सशक्त महिला बताया। प्राचार्या ने शिव को अर्धनारीश्वर की संज्ञा देते हुए कहा कि इसमें तीन शब्द समाहित है अर्ध, नारी एवं ईश्वर अर्थात शिव की आधी शरीर पार्वती अर्थात अर्धनारीश्वर है। उन्होंने कहा कि सृष्टि की रचना स्त्री एवं पुरूष के वगैर संभव नहीं है। एक मकान बनाने में स्त्री के साथ पुरुष की जिम्मेदारी होती है। एक बच्चा अपने मां- पिता को देखना चाहता है। शोषण मात्र स्त्रियों का ही नहीं वरन पुरुषों का भी होता है। ऐसे में स्त्रियों के लिए कानून में प्रदत्त अधिकार का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए, अन्यथा इसके दूष्परिणाम भी होते हैं। घर में स्त्री एवं पुरुष में आपसी तालमेल बनाए रखने की सख्त जरूरत है। स्त्री एवं पुरुष दोनों में कोई फर्क नहीं है, बल्कि एक दूसरे की भावनाओं को समझने की जरूरत है। भ्रूण हत्या, बलात्कार ,बाल विवाह में एनएसएस के स्वयंसेवकों का दायित्व बनता है कि वह गोद लिए गांव में जागरूकता लाने का प्रयास करें। समारोह की शुरुआत स्वयंसेवकों ने एनएसएस गीत से, अतिथियों का स्वागत स्वयंसेविका प्रगति प्रेरणा ने स्वागत गीत से तथा मंचासीन शिक्षक अधिकारियों का स्वागत पीओ बीएन सिंह ने स्वागत संबोधन से किया। मंच संचालन स्वयंसेवक सन्नी कुमार, सुशील कुमार मोदी एवं धन्यवाद ज्ञापन स्वयंसेवक अविनाश कुमार पांडेय ने किया। समारोह में प्राचार्या समेत मंचासीन शिक्षक पदाधिकारियों में प्रोफेसर इंचार्ज डॉ श्याम किशोर सिंह, पीओ बीएन सिंह, अर्थशास्त्र के अध्यक्ष डॉ आकांक्षा एक्का, डाॅ एएम तिर्की, उपस्थित थे। इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, कविता पाठ प्रतियोगिता, संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पाने वालों में संगीता कुमारी, प्रीति कुमारी, शिवा कुमार एवं तनु सिंह तथा द्वितीय पुरस्कार पाने वालों में राजेंद्र यादव, प्रगति प्रेरणा, सन्नी कुमार, श्रवन कुमार,अरविंद कुमार, अविनाश कुमार पांडेय एवं कृष्णा कुमार साव शामिल हैं
सभी प्रथम स्थान सफल प्रतिभागियों को प्राचार्या एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रोग्राम ऑफिसर ने पुरस्कृत किया। इस अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन मेें सवा सौ से अधिक एनएसएस के स्वयंसेवकों, एनसीसी कैडेट्स एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इधर वाणिज्य विभाग एवं राजनीतिशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में वाणिज्य विभाग में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें प्राचार्या डॉ संध्या प्रेम,वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ युएस सिंह,राजनीतिशास्त्र विभागाध्यक्ष डा रंजीत कुमार, डॉ मिथिलेश सिंह, पीओ बीएन सिंह उपस्थित थे। इस समारोह में प्राचार्या समेत मंचासीन शिक्षक- पदाधिकारियों एवं विद्यार्थियों ने संबोधित किया।

