धनबाद : जिले में सड़क दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. जनवरी-फरवरी में लगभग 70 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 60 लोगों की मौत हुई है. दुर्घटनाओं से बचने के लिए जिला प्रशासन और सड़क सुरक्षा समिति द्वारा स्थल चिन्हित कर ब्लैक स्पॉट बनाया गया है.
धनबाद में 24 ब्लैक स्पॉट चिह्नित
धनबाद कोयलांचल का दिल्ली-कोलकाता जीटी रोड एनएच 2 हो या फिर कोई दूसरी सड़क, थोड़ी सी चूक होने पर सड़क दुर्घटना हो रही है, जिसमें लोगों की मौत हो रही है. लोग घायल हो रहे हैं. सड़क सुरक्षा समिति ने जिले में 24 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किये हैं, जिसमें धनबाद के डीआरएम ऑफिस के समीप, विनोद बिहारी चौक, बेकार बांध, धैया रोड और सिटी सेंटर चौक शामिल हैं.
गोविंदपुर थाना क्षेत्र के ऊपर बाजार चौक कौआबांध, देवली, फकीरडीह, खालसा रोड और भितिया मोड़ के समीप ब्लैक स्पॉट है, जहां सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के मेमको मोड़, लोहारबरवा पेट्रोल पंप के समीप और जोड़ापीपर को ब्लैक स्पॉट चयनित किया गया है, जबकि निरसा में किसान चौक के समीप, मुग्मा मोड़ और हाटबाडी में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.
झरिया थाना क्षेत्र के बस्ताकोला और भगतडी
ह मोड को हॉट स्पॉट चिन्हित किया गया है, जहां सबसे अधिक सड़क दुर्घटना होती है. इधर केंदुआ थाना क्षेत्र के केंदुआडीह मोड़. बलियापुर थाना क्षेत्र के कर्माटांड़ हटिया के समीप. तोपचांची थाना क्षेत्र के दयाबांध पहाड़ के समीप, हरिहरपुर थाना क्षेत्र के पोवापुर, टुंडी थाना क्षेत्र के संग्रामडीह मोड़ को ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है. जनवरी में 35 दुर्घटना, 29 की मौत
बता दें कि सिर्फ जनवरी 2022 में 35 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 29 लोगों की मौत हुई है, जबकि 14 लोग गंभीर रूप से और एक मामूली रूप से घायल हुए हैं. फरवरी 2022 में भी 35 से 40 सड़क दुर्घटनाओं में लगभग इतने ही लोगों की मौत हुई. वर्ष 2021 में 365 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 238 लोगों की मौत हुई और 161 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. 43 लोगों को मामूली चोट आई. ट्रैफिक पुलिस की पैनी नजर : राजेश कुमार धनबाद ट्रैफिक डीएसपी राजेश कुमार ने कहा कि एसडीएम, डीटीयू और खुद उन्होंने सबसे अधिक दुर्घटना स्थल को चिन्हित कर ब्लैक स्पॉट घोषित किया है, जहां पीली बत्ती लगाई गई है. वैसे स्थल पर गो स्लो, स्लो स्पीड का बोर्ड लगाया गया है. पुलिस भी वैसे स्थलों पर नजर रख रही है. कहा कि सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान भी चलाया जाएगा. रोड सेफ्टी इंजीनियर स्वतंत्र प्रियदर्शी का कहना है कि जहां भी अधिक सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, वहां उसके कारणों का पता लगाया जाता है और चिन्हित किया जाता है. उन स्थलों पर सुरक्षा के क्या उपाय हो सकते हैं, उस पर सुझाव जिला प्रशासन को दिया जाता है.