धनबाद: रविवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मगही ,भोजपुरी , मैथिली , संस्कृति बचाओ मंच के बैनर तले धनबाद के भाजपा विधायक राज सिन्हा का घेराव किया व उन्हें ज्ञापन सौंपा .इस कार्यक्रम में सैकड़ों महिला पुरुष शामिल थे . यह कार्यक्रम धनबाद बोकारो जिले से मगही, भिजपुरी , अंगिका भाषा को क्षेत्रीय भाषा से हटाए जाने के विरोध में किया गया . इस दौरान विधायक राज सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव के वक्त सरकार ने लोगों से वादा की थी कि 1932 का खतियान लागू करेंगे. 5 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देंगे ,नौकरी नहीं दे पाने पर बेरोजगार बी.ए.पास को 5 हजार और एम.ए. को 7 हजार रुपया बेरोजगारी भत्ता देंगे . यही नही सरकार ने यह भी कहा था कि अगर ऐसा नहीं कर सके तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे .ऐसा तो यह सरकार ने किया नही . इसलिए यह सरकार अब अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इस तरह के भावनात्मक मुद्दों को उभार रही है .ताकि लोग आपस में लड़ते भिड़ते रहे . उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार अंग्रेजों की नीति अपना रही है फूट डालो और राज करो . इस दौरान राज सिन्हा ने कांग्रेस के नेताओ को जल्द से जल्द इस सरकार से पिंड छुड़ा लेने की सलाह दी. उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार पहले स्थानीयता की भाषा तय करें फिर तय होगा आंदोलन किस तरह किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सबका साथ सबका विकास को लेकर कार्य करती है. और आगे भी करती रहेगी . इस दौरान उन्होंने मंच के लोगो को अस्वाशन दिया कि वह उनके साथ है . वही मंच के संयोजक मदन राम ,
मंच के संस्थापक अभिषेक सिंह और मंच के प्रवक्ता जितेंद्र पासवान ने कहा कि सरकार ने जिस तरह धनबाद बोकारो के लोगो को मगही , भोजपुरी,अंगिका ओर मैथली भाषा को स्थानीयता की सूची में लागू कर के सम्मान दिया था उस सम्मान को अविलंब वापस दिया जाय . अन्यथा मगही ,भोजपुरी , मैथिली , संस्कृति बचाओ मंच का चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा .