हिंदी को राष्ट्रभाषा की मान्यता देने हेतुअंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा।


धनबाद, गुरुवार कोअंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को हिंदी को राष्ट्रीय मान्यता देने के लिए धनबाद उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन सौंपा अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंद्र तिवारी ने ज्ञापन में राष्ट्र के सर्वांगीण उन्नति, सर्वव्यापी विकास और भारत राष्ट्र और सभी व्यक्तियों को एक सूत्र में पिरोने हेतु देश में हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाना अनिवार्यत जरूरी है ताकि राष्ट्र का स्वाभिमान और संप्रभुता अछूण रहे। अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद का यह मत है भारत सरकार से यह अपेक्षा है कि हिंदी को राष्ट्रभाषा की व्यवस्था लागू करने का गुरुत्तर कार्य किए जाना अनुकूल होगा अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद का एक सूत्रीय मांगे इस प्रकार है।1 इसमें हिंदी का राष्ट्रभाषा लागू किया जाए अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद ने राष्ट्रपति से आग्रह किया हिंदी को राजभाषा बनाने की कृपा करें। धनबाद उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने में सुरेश चंद्र तिवारी, वरिष्ठ अधिवक्ता एवं प्रदेश मुख्य सलाहकार राधेश्याम गोस्वामी, रामा शंकर ओझा, विजय कुमार पांडे, गिरजा शंकर उपाध्याय, डी के महतो थे।

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