विगत 29 अप्रैल की शाम अपराधियों ने दुकान में घुसकर मारी थी गोली
Dhanbad: झरिया थाना क्षेत्र के भागा निवासी एमआरएफ टायर दुकान संचालक रंजीत साव की हत्या के 11 दिन बीत गए. परंतु पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में असमर्थ रही. रंजीत साव को विगत 29 अप्रैल की शाम अपराधियों ने दुकान में घुसकर गोली मारी थी. 30 अप्रैल को परिजन और आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम की. पुलिस ने 72 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन भी दिया था. परंतु 11 दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग तक हाथ नहीं लगा है.
दहशत में जी रहा दिवंगत व्यवसायी का परिवार
व्यवसायी की हत्या के बाद पूरा परिवार टूट सा गया है. पत्नी और दोनों बच्चों को मायूसी ने घेर लिया है. बड़ा भाई रंजन साव भी डरा सहमा है. वह खुद पर भी हमले का अंदेशा जता चुका है. पुलिस की ओर से उन्हें बॉडी गार्ड भी उपलब्ध कराया गया है. जिटा के महासचिव राजीव शर्मा, धनबाद चेंबर अध्यक्ष चेतन गोयनका सहित कई व्यवसायी भाई रंजन साव के घर पर जाकर सांत्वना दे रहे हैं.
ऐसे माहौल में व्यवसाय करना मुश्किल : रंजन साव
8 मई को मृतक रंजीत साव के भाई रंजन साव ने आजाद दुनिया से बातचीत में कहा कि पुलिस कई लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. बावजूद पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा है. पुलिस का 72 घंटे में कांड का खुलास करने का आश्वासन कोरा साबित हुआ है. कहा कि चेंबर के लोगों और व्यवसायियों से बातचीत हुई है. 2 दिन में अगर पुलिस कुछ नहीं करती है तो पूरे जिले में दुकान, प्रतिष्ठान बंद कर देंगे. इस तरह के माहौल में व्यवसाय करना काफी मुश्किल है.
अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता : थाना प्रभारी
इधर झरिया थाना प्रभारी पंकज कुमार झा ने कहा है कि हर बिंदु पर जांच पड़ताल की जा रही है. कई लोगों से पूछताछ की जा रही है. हालांकि अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता . पुलिस ने एमआरएफ टायर दुकान से सीसीटीवी को जब्त किया था. व्यावसायिक विवाद, रंगदारी सहित कई बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है. कई लोगों से थाने में बुलाकर पूछताछ भी की है.