धनबाद: बुधवार को एशियन हॉस्पिटल धनबाद में विश्व ब्रेन ट्यूमर डे में जागरूकता फैलाने के उदेश्य से एवं इसके शोध को प्रोत्साहित करने के संबंध में एक प्रेस वार्ता आयोजित किया गया। ट्यूमर रोग के विशेषज्ञ एवं अनुभवी डॉ. कुणाल किशोर ने इसके लक्षण और उपचार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की । मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. कुणाल किशोर ने ब्रेन ट्यूमर के बारे में कहा कि ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में अनावश्यक या असामान्य रूप से बढ़ जाने की स्थिति है जो ट्यूमर या एक गांठ का रूप ले लेती है इन कोशिकाओं की वृद्धि के आधार पर ट्यूमर को दो तरह के कैंसर के आधार पर बांटा जाता है (गैर कैंसर युक्त धीमी वृद्धि वाला, चिकित्सा योग्य) माइंड और घातक (कैंसर युक्त और आगे की उम्र के आक्रमण और इसके बढ़ने के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है) के रूप में वर्णित किया जाता है। डॉ. कुणाल किशोर ने कहा ब्रेन ट्यूमर का लक्षण तेज सिर दर्द होना ,आना लगातार उल्टी होना मिर्गी आना, चक्कर आना बार-बार बेहोश हो जाना ,व्यवहार में बदलाव आना ,ट्यूमर का आकार बढ़ने से मरीज को कोमा में जाने का डर, ट्यूमर के आकार स्थान अवस्था और कोशिकाओं के नसो में बढ़ोतरी की दर के आधार पर यह लक्षण भिन्न हो सकते हैं यदि व्यक्ति ये लक्षण अचानक और लगातार अनुभव कर रहे हैं तो उसे डॉक्टर से तुरंत परामर्श करना अत्यंत जरूरी है इसमें देर या कोताही नहीं बरतनी चाहिए। ब्रेन ट्यूमर का एशियन हॉस्पिटल में मरीज का सिटी स्कैन और एम आर आई के द्वारा ट्यूमर का पहचान किया जा सकता है।
जिसमें एम आर आई ज्यादा सटीक माना जाता है इसका इलाज कई तरीकों से एशियन अस्पताल करती है। पिछले 3 महीने में ब्रेन स्पाइन टयूमर का इलाज डॉ. कुणाल किशोर ने एशियन हॉस्पिटल धनबाद में 12 से 15 मरीजों का सफलतापूर्वक किया है उन्होंने ऑपरेशन थिएटर मे किए गए ब्रेन ट्यूमर इलाज की फोटो और वीडियो भी दिखाएं। और सबसे बड़ी बात सारे मरीज बेहतर स्थिति में हैं। डॉ कुणाल ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर कई प्रकार के होते हैं।जिसमें से कुछ बहुत जटिल , कुछ कम जटिल होते हैं इसमें सीपी एंगल ट्यूमर और छोटे मगज का ट्यूमर सबसे जटिल होता है लेकिन झारखंड में पहली बार एशियन हॉस्पिटल में इस तरह के जटिल ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन सफलतापूर्वक डॉ. कुणाल द्वारा एशियन हॉस्पिटल में किया जा रहा है। ब्रेन ट्यूमर अब कोई लाइलाज बीमारी नहीं वर्तमान में एशियन अस्पताल में इसका इलाज पूरी तरह सफलतापूर्वक संभव है।डॉ. कुणाल किशोर का कहना है कि इस तरह के ऐसी जटिल बीमारी का इलाज अब आप अपने शहर और घर के पास रहकर परिवार की देख रेख में एशियन हॉस्पिटल में इलाज करा सकते हैं जिससे मरीज के इलाज़ में सुविधा और बाहर की अपेक्षा काफी कम खर्च होगा। फलस्वरूप इससे मरीज के इलाज में थोड़ी जल्दी सुधार होती है अपने शहर में इस तरह की बीमारी का इलाज होने से मरीज के इलाज में देरी होने की संभावना कम हो जाती है और समय रहते मरीज का इलाज हो सकता है ।प्रेस वार्ता में एशियन हॉस्पिटल के डॉ. कुणाल किशोर न्यूरो सर्जन, डॉ सी. राजन सेंटर हेड ,डॉ. ए.एम.राय मेडिकल सुपरिटेंडेंट, दिनेश प्रसाद क्रिटिकल केयर मेडिसिन समेत अन्य डॉक्टर शामिल थे।