झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार के जमीन को भूमि माफियाओं द्वारा किया गया अवैध रूप से कब्जा।

धनबाद,  कोयलांचल,  (झारखड) के वरिष्ठ पत्रकार आर एन चौरसिया के पैतृक निवास स्थान बाढ़ स्थित तालिमपुर (पटना) वार्ड नं0 13में कुछ अपराधी एवं दबंग किस्म के लोगो द्वारा उनके अपने ही निजी जमीन पर अवैध कब्जा करने की नियत से पश्चिम की दिशा की ओर से अवैध  गेट लगाकर आने जाने का रास्ता बनाकर एवं उनके घर के पानी के निकास को दबंगई लोगो द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया है।इस  संदर्भ में उन्होंने बताया की इसकी शिकायत बाढ़ थाने में एवं पुलिस उपाधीक्षक बाढ़ को लिखित शिकायत की थी। उसके बाद उन्होंने बाढ़ एस डी एम कोर्ट में एक केश भी 12, 04, 2022  को दायर की है । लेकिन घोर आश्चर्य की बात है की उसका आजतक जांच नही की गई और न ही उसका रिपोर्ट  उच्च अधिकारियों के पास भेजी गई है। गौर तलब है की   


इनके मकान के उत्तर की ओर   5 फिट 10 इंच  उत्तर से दक्षिण करीब 36 फीट लंबा पूरब से पश्चिम इनका निजी जमीन है ।उस खाली निजी जमीन की ओर दो बड़ा-बड़ा खिड़की, जंगला,  दो बड़ा नाला का निर्माण 1970 में मकान बनने के बाद किया गया था। उक्त


खाली जमीन एवं उस पर बने दो नाले को अवैध कब्जा करने की नियत से पश्चिम  की ओर संजय गुप्ता उर्फ मुन्ना गुप्ता का परती जमीन है।जिसमे कुछ पौधा गेट  के पीछे लगा रखा है।     ज्ञात हो की मुन्ना गुप्ता का जमीन पश्चिम की ओर है। जिनसे उन्होंने जमीन खरीदी है। उनका पुरब में जमीन है ही नही। श्री चौरसिया ने बताया की संजय गुप्ता जिनसे जमीन ख़रीदी है उनका पूरब में जमीन है तो वो अपना पेपर दिखलाये।                   


 संजय गुप्ता ने  आर एन चौरसिया के  निजी जमीन को आने जाने के लिए उनके जमीन पर  अवैध कब्जा करने की नियत से इनके दो नालो को अवरुद्ध कर दिया गया । जिसमें एक नाला का पानी अवैध गेट के समीप जाम कर दिया गया , तथा दूसरा  एक नाले को ईट मिट्टी मिट्टी, डालकर बंद कर दिया गया ।  वर्तमान में  वरिष्ठ पत्रकार आर एन चौरसिया धनबाद में अपने परिवार के साथ रहते हैं । उक्त खाली निजी जमीन को हड़पने की नीयत से  खाली जमीन पर  अवैध गेट, लगाकर  नाली के पानी को   बंद कर दिया गया । जब इनको खबर मिली तो इन्होंने बाढ़ जाकर देखा ।वास्तव में यह बात सही निकली।


 उन्होंने तुरंत बाढ़ अनुमंडल पदाधिकारी को लिखित आवेदन 26 मई 2022 को दी ।लेकिन अब तक उस आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई ।साथ ही उन्होंने बाढ़ अंचलाधिकारी को भी संदर्भ में भी अवगत 09, 05 , 2022 को कराया था। लेकिन उसका भी नतीजा वेनतीजा निकला। इस संदर्भ में बाढ़ थाना प्रभारी को भी लिखित रूप से आवेदन दिया गया था।


इसके बाद  बाढ़ थाना प्रभारी ,को स्पीड पोस्ट से भी इसकी जानकारी दी गई। इसके अलावा पटना डी एम एवं पटना वरीय पुलिस आरक्षी अधीक्षक को भी स्पीड पोस्ट भेजकर इसकी जानकारी दी गई । लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार में एक पत्रकार की यह हालत है ,  तो आम जनता की यहां क्या हालत हुई होती होगी ।  कार्यवाही नहीं होने के बाद इन्होंने बाढ़ एसडीएम कोर्ट में एक केस भी दायर की। जिसका केस नंबर 135/22  है।जिसका  लेटर न0 251,जिसको 12, 04, 2022 बाढ़ थाना के पास भेजा गया था। जिसपर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। घोर आश्चर्य की बात है की सभी आवेदन में  थाना प्रभारी को दी गई आवेदन की छाया प्रति, हिंदी एवं कैथी में बंटवारा की छाया प्रति, मकान का नक्शा जो बाढ़ म्यूनिसपैलिटी से 01,  06 एक 1969 को पास की गई थी।  पानी कनेक्शन की छाया प्रति, वर्तमान में जमीन का नक्शा का छाया प्रति, एसडीएम बाढ़ के यहां दिए गए आवेदन की छाया प्रति, विपक्षी के द्वारा खरीदे गए भूभाग का निबंधित केवाला की छाया प्रति,  आदि संलग्न करने के बावजूद भी कार्यवाही न होना कहीं न कहीं अपने आप में संदेह की स्थिति उत्पन्न करती है। अगर इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाय तो मामला स्पष्ट रूप से उभर कर सामने आ सकता है। वरिष्ठ पत्रकार आरएन चौरसिया ने कहा की  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  से मिलकर सारी बातों से अवगत कराएंगे। साथ ही बिहार उच्च न्यायालय के जस्टिस के अलावा अनेक उच्च अधिकारियों एवं विभाग से सम्बंधित मंत्रियो   को भी इस बात से अवगत कराया जाएगा। दिनांक 08, 06 2022 को बाढ़ पहुचकर वरिष्ठ पत्रकार आर एन चौरसिया ने बाढ़ अनुमंडल पदाधिकारी को जानकारी दी की अवैध रूप से घर के नाला को बंद किये जाने से गंदा पानी घर मे ही रह जा रहा है, जिससे बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है।

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