विविध राज्यों में पाठशालाओं का हो रहा इस्लामीकरण और विभिन्न स्थानों पर हिन्दू कार्यकर्ताओं पर हो रहे जिहादी आक्रमण रोकने हेतु केंद्र और राज्य प्रशासन से मांग !*
झारखंड, बंगाल, बिहार आदि अनेक राज्यों में मुसलमानों की जनसंख्या बढी है । उसके कारण अनेक स्थानों पर ‘‘सेक्युलर’ व्यवस्था के स्थान पर इस्लामी पद्धति से कामकाज चलाया जा रहा है । इसका स्थानीय हिन्दू और अन्य धर्मीय छात्रों पर विपरीत परिणाम हो रहा है, उनके अधिकार और सुरक्षितता संकट में है । हाल ही में झारखंड राज्य के एक विद्यालय में मुसलमान छात्रों की संख्या 70 प्रतिशत से अधिक होने के कारण वहां हिन्दू छात्रों पर हाथ जोडकर प्रार्थना करने पर प्रतिबंध लगाए जाने का समाचार फैला था । उसके उपरांत प्रत्यक्ष परीक्षण में ऐसा दिखाई दिया कि केवल प्रार्थना ही नहीं, अपितु झारखंड के अनेक विद्यालयों में सरकारी निर्णय के अनुसार रविवार के दिन छुट्टी देना आवश्यक होते हुए भी केवल मुसलमान छात्रों की संख्या अधिक है; इसलिए वहां शुक्रवार के दिन छुट्टी दी जाती है, साथ ही हिन्दी के स्थान पर उर्दू का उपयोग किया जा रहा है । यह बहुत ही गंभीर विषय है ।
हिन्दू छात्रों की रविवार की आधिकारिक छुट्टी, साथ ही उन्हें हाथ जोडकर प्रार्थना करने का भारतीय संविधान द्वारा प्रदान किया गया धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार छीन लेना, संविधानविरोधी है ।
*दूसरी तरफ,* किसी ने नुपूर शर्मा के वक्तव्य का समर्थन किया या ‘यू ट्यूब’ पर नुपूर शर्मा का वीडियो देखा, कोई धार्मिक टिप्पणी की अथवा सामान्य विवाद का हौवा बनाकर संपूर्ण देश में एक के बाद एक हिन्दुओं को चुनकर मारा जा रहा है जिसके बारे में पूरा विश्व अवगत है । कर्नाटक के दक्षिण कन्नड जिले में भाजपा युवा मोर्चा के जिला सचिव प्रवीण नेत्तारू की गर्दन पर कुल्हाडी से वार कर उनकी हत्या की । मध्य प्रदेश के महाविद्यालयीन छात्र निशांक राठौर का रेल पटरी के पास दो भागों में टुकडे किया गया शव मिला है उसके उपरांत उसके पिता उमाशंकर राठौर को चल-दूरभाष पर मेसेज मिला, ‘‘राठौर साहब, बहुत बहादुर था आपका बेटा, गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा….’’ इस प्रकरण की जांच मध्य प्रदेश की पुलिस कर रही है ।
हम हिंसा या भडकाऊ वक्तव्य का समर्थन नहीं करते, जिसने भड़काऊ वक्तव्य दिया उसके विरुद्ध पुलिस कार्रवाई करे, परंतु भडकाऊ वक्तव्यों का समर्थन करनेवालों के विरुद्ध ‘सर तन से जुदा’ के नाम से खुला अभियान चलाकर हिन्दुओं के गले काटने की ये घटनाएं अत्यंत भयावह हैैं । देश में आतंक उत्पन्न कर हिन्दुओं को केवल धमकाया ही नहीं जा रहा है, अपितु उन पर प्राणघातक आक्रमण भी हो रहे हैं ।
उपरोक्त भयावह परिस्थितियों के परिपेक्ष्य में हिंदू जनजागृति समिति ने निम्न मांगें रखी है …
1. सरकारी आदेश का अनदेखा कर रविवार के स्थान पर शुक्रवार के दिन छुट्टी देनेवाले झारखंड, बंगाल, बिहार आदि राज्यों में केंद्रीय जांच दल भेजकर व्यापक जांच कर , दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए ।
2. हिन्दू छात्रों के हाथ जोडकर प्रार्थना करने पर रोक लगानेवालों पर कानूनी कार्यवाही की जाए और विद्यालयों के सभी व्यवहार ‘सेक्युलर’ पद्धति के अनुसार करने के कठोर आदेश दिए जाएं ।
3. झारखंड राज्य में विगत अनेक वर्षाें से हो रही बांग्लादेशी मुसलमानों की घुसपैठ के प्रकरण में राष्ट्रीय अन्वेषण विभाग (NIA) से व्यापक जांच करायी जाए । झारखंड राज्य में घुसे घुसपैठियों का सर्वेक्षण कर उन्हें देश से बाहर निकालने के लिए ‘राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर’ (NRC) तत्काल लागू किया जाए l
4. ‘सर तन से जुदा’ इस अभियान की जांच कर , इस षड्यंत्र में संलिप्त लोगों पर गैरकानूनी कृत्य प्रतिबंधक कानून (UAPA) के अंतर्गत अपराध पंजीकृत किए जाएं । साथ ही हिन्दुओं की हत्याओं के प्रकरणों में तीव्रगति न्यायालयों का गठन कर दोषी लोगों को तत्काल फांसी का दंड दिया जाए ।
5. इस प्रकार की अनेक हत्याओं एवं देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (PFI), ‘सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ (SDPI) तथा संलग्न इस्लामी संगठनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए । और हिन्दुओं की हत्याओं के इन सभी प्रकरणों को राष्ट्रीय अन्वेषण विभाग (NIA) को सौंपा जाए ।
6. इन सभी घटनाओं को देखते हुए आगे भी अनेक हिन्दू नेता जिहादियों की ‘हिट लिस्ट’ पर होने की बडी संभावना है । इसलिए ऐसे हिन्दू नेताओं की सूची बनाकर उन्हें पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए, देशविरोधी धार्मिक संस्थाओं, धार्मिक नेताओं और संगठनों पर प्रतिबंध लगाई जाए । देशविघातक कृत्यों में संलिप्त मदरसों पर कार्यवाही कर उन्हें तुरंत बंद किया जाए तथा इन घटनाओं के पीछे पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि देशों का हाथ है ? और क्या यह अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है ?, इसकी भी व्यापक जांच की जाए l
इन मांगों को लेकर रणधीर वर्मा चौक, धनबाद में आज आंदोलन किया गया । इस आंदोलन में हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्व -पूर्वोत्तर भारत राज्य समन्वयक श्री शंभू गवारे तथा श्री अमरजीत प्रसाद, तरुण हिंदू के श्री उज्वल बनर्जी, सारथी सहायता समिति हजारीबाग के श्री गौतम सिंह, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अंशु तिवारी, हिंदू धर्मनिष्ठ श्री.अजीत जी, श्री पिंकू जी, श्री एम पी शर्मा, अधिवक्ता श्रीमती बंसल, अधिवक्ता सुदीप गुप्ता, अधिवक्ता श्याम किशोर, अधिवक्ता संतोष जी, श्री. अभिषेक कुमार सहभागी हुए थे ।