टोटेमिक कुरमी/कुड़मी जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध करने के लिए धरना प्रदर्शन


धनबाद:शुक्रवार को टोटेमिक कुरमी/ कुड़मी (महतो) जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने हेतु उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा गया।पूरे प्रदेश में एक साथ प्रत्येक जिलों में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से मांग पत्र सौंपा जा रहा है टोटेमिक कुरमी /कुड़मी समाज के केंद्रीय महासचिव गिरि धारी महतो ने कहा देश की आजादी के पहले प्रिमिटिव ट्राइब (भादिस जनजाति) में सूचीबद्ध था किरतु 1950 ई. में अनुसूचित जनजाति का जब सूची तैयार हुआ तब कुरमी/कुड़मी (महतो) जनजाति को छोड़कर सभी आदिम जनजातियों को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध किया गया। भारत सरकार द्वारा प्रेषित पत्रांक नंबर 26 /12/50 रजिस्टर्ड दिनांक 15/2/ 1951 जनजाति सूची में कुरमी/कुड़मी जनजाति का उल्लेख नहीं होने के कारण तत्कालीन सांसद सदस्य हृदयनाथ द्वारा संसद में पूछे गए प्रश्न के जवाब में देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सरकारी भूल एवं भूल सुधारने की बात कबूल की थी तब से अब तक 72 वर्षों में लगातार यह जनजाति अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध हेतु संघर्षरत है।यदि राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार यथाशीघ्र कुरमी कुड़मी (महतो) जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध करने की पहल नहीं करती है तो 20 सितंबर से पूरे झारखंड में अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम किया जाएगा।धरना प्रदर्शन में गिरि धारी महतो केंद्रीय महासचिव, नरेश महतो केंद्रीय सदस्य, विनय महतो जिला सचिव, भगवत महतो पूर्व जिला अध्यक्ष, राजू महतो केंद्रीय महासचिव युवा मोर्चा, डब्लू महतो जिला अध्यक्ष, अशोक महतो केंद्रीय उपाध्यक्ष, नरेश प्रसाद महतो, अर्चना देवी, जगन महतो, मनीलाल महतो, मिट्ठू महतो, रमेश महतो, हुबलाल महतो, दिनेश महतो, सीमा देवी, बुल्लू देवी, विकास महतो समेत अन्य समाज के सदस्य उपस्थित थे।

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