धनबाद : मंगलवार को डीएवी पब्लिक स्कूल कोयला नगर परिसर में साहित्य समागम की धूम मची। वरिष्ठ कवयित्री साधना सूद की अपनी कविता रात सपने में मैंने भारत मां को सिसकते देखा है, देश के नमकहरामों का सारा घोटाला मैने देखा है, चंद सिक्कों की खातिर नेताओं को बिकते देखा है ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। डीएवी पब्लिक स्कूल कोयला नगर ऑडिटोरियम में डीएवी लिटरेचर कॉन्क्लेव यानी साहित्य समागम आयोजित किया गया। छात्रों को साहित्य के प्रति प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेंटी नई दिल्ली की ओर से जोनल स्तर पर साहित्य कार्यशाला का आयोजन समस्त भारत में किया जा रहा है। छात्रों में साहित्य की रूचि को बढ़ाने के लिए डीएवी लिटरेचर कॉन्क्लेव का आयोजन स्कूलों में जोनल स्तर पर हो रहा है। इसी कड़ी में डीएवी पब्लिक स्कूल कोयला नगर में आजादी के अमृत महोत्सव को ध्यान में रखते हुए एक कवयित्री सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें धनबाद एवं आसपास के क्षेत्र के चुनिंदा कवयित्री ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएवी पब्लिक स्कूल झारखंड जोन-सी के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ केसी श्रीवास्तव थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। सभी प्राचार्य तथा शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने डीएवी गान गाया। विद्यालय के प्राचार्य एनएन श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। सम्मेलन में धनबाद शहर की जानी-मानी कवित्रीयों ने अपनी प्रस्तुति दी। सर्वप्रथम मंजू शरण मंजुल ने तिरंगे से सदा ही रही पहचान भारत की, शहीदों की शहादत हो नहीं गुमनाम भारत की कविता का पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में विद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष अनिल कुमार, सुनील कुमार पटनायक, इंद्रनील मुखर्जी, सुखदेव सिंह, डीके सिंह, ममता श्रीवास्तव तथा रीना सिंह की भूमिका सराहनीय रही।