झारखंड के 38 हजार आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को बढ़ी राहत



रांची: नई नियमावली के तहत सेविकाओं की मानदेय में हर महीने बढ़ोतरी की स्वीकृति दी है। साथ ही राज्य के लघु आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत सेविका एवं सहायिकाओं के मानदेय में भी बढ़ोतरी हुई है। जिसको लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने
रांची के प्रोजेक्ट भवन में सीएम सोरेन से मिलकर आभार जताया।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को राज्य के करीब 38 हजार आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। सीएम ने आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं के मानदेय बढ़ोतरी की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं के लिए आज तक राज्य में नियमावली नहीं बनी थी। आप सभी के मांगों के अनुरूप नई नियमावली के तहत अब आंगनबाड़ी सेविकाओं को 9500 रुपये एवं आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 4750 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा।
केंद्र और राज्य सरकार का सहयोग
नई नियमावली के तहत अब आंगनवाड़ी सेविकाओं के प्रतिमाह मानदेय राशि में केंद्र सरकार की ओर से 2700 रुपये एवं राज्य सरकार की ओर से 6800 रुपये की साझेदारी का प्रावधान है। इस तरह से आंगनवाड़ी सेविकाओं को अब हर महीने 9700 रुपये मिलेंगे। वहीं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं को केंद्र सरकार की ओर से 1350 रुपये एवं राज्य सरकार की ओर से 3400 रुपये की साझेदारी का प्रावधान किया जा रहा है।
राज्य के लघु आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका और सहायिकाओं के मानदेय में भी बढ़ोतरी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य के लघु आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत सेविका एवं सहायिकाओं को भी क्रमशः 9500 रुपये तथा 4750 रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा। इसमें लघु आंगनबाड़ी सेविकाओं को केंद्र सरकार की ओर से 2100 एवं राज्य सरकार की ओर से 7400 रुपए भुगतान की हिस्सेदारी के साथ 9500 रुपये प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई नियमावली के तहत राज्य सरकार सभी आंगनबाड़ी कर्मियों का भविष्य निधि खाता खोलते हुए मानदेय का 6% राशि अलग से जमा कराएगी, कि अब आंगनबाड़ी कर्मियों को भी अनुकंपा का लाभ दिए जाने का प्रावधान किया जा रहा है।
झारखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए खुशखबरी, नियमावली बनाने की चल रही प्रक्रिया।

भावुक हुईं आंगनबाड़ी सेविका

मुख्यमंत्री के समक्ष आंगनबाड़ी सेविका माला देवी भावुक हो गयीं। उन्होंने रोते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। साथ ही कहा कि दादा हम अपने इसी मांग को लेकर पहले बहुत लाठी खाए हैं। आपको सहृदय धन्यवाद देती हूं कि हमारी मांगों पर पहल करते हुए आप नई नियमावली के तहत हमसभी आंगनबाड़ी कर्मियों की भावनाओं का सम्मान करने का काम कर रहे हैं। इस मौके पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, आलमगीर आलम, जोबा मांझी, सत्यानंद भोक्ता के अलावा आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ की दीदियां उपस्थित थी।

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