*विगत कुछ दिनों में पांच बड़े मामले हुए हैं झारखंड में*
रांची।झारखंड प्रदेश वैश्य महासम्मेलन युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजय पोद्दार ने झारखंड के मुख्यमंत्री से झारखंड की बेटियों को बचाने की अपील करते हुए लव जिहाद पर झारखंड में सजा ए मौत का कानून बनाने की मांग की है लगातार कुछ दिनों में से झारखंड की बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है लगातार लव जिहाद का मामला सामने आ रहा है सरकार और प्रशासन सिर्फ मामला दर्ज कर खाना पूर्ति कर रही है सिर्फ गिरफ्तारी से काम नहीं चलेगा हमारी बेटियों की जिंदगी बर्बाद हो रही है यह एक गहरी साजिश है यह सिर्फ इत्तेफाक नहीं हो सकता यह मामला सिर्फ हिंदू मुस्लिम का नहीं है यह पूरे समाज की बेटीयो का है कुछ लोगों के गलत हरकत के कारण यहां सामाजिक समरसता भी खराब हो रही है *कुछ दिन पूर्व अंकिता को जलाकर मार डाला गया उसके बाद लोहरदगा में आदिवासी बच्चियों के साथ बलात्कार हुआ और फिर उसे मार दिया गया* *दुमका में आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद मारकर पेड़ पर टांग दिया गया। पाकुड में छोटू अंसारी छोटू यादव बनकर एक बेटी नीलम यादव से झासा दे कर शादी कर ली लड़की को सच्चाई पता चलने पर लड़की के साथ मारपीट और अत्याचार किए जाने लगा साथ ही लड़की पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाकर प्रताड़ित किया जाने लगा जब लड़की धर्म परिवर्तन को तैयार नहीं हुई तो इसे भी पेट्रोल डाल कर मारने का प्रयास किया गया किसी तरह बच्ची भाग अपना जान बचा पाई* *वही खूंटी में फखरुद्दीन नाम के युवक ने एक 15 साल की आदिवासी बच्ची को गर्भवती कर दिया और उसे जबरन इस्लाम धर्म कबूलने का दबाव बनाए जाने लगा* ऐसे सैकड़ों की संख्या में घटनाएं हो रही है बहुत लोग लोक लाज के कारण नहीं बोल पाते हैं सिर्फ प्राथमिकता दर्ज करने से इसका समाधान नहीं हो सकता क्या किसी भी सभ्य समाज और एक प्रगतिशील राष्ट्रीय एवं राज्य के लिए यह एक अभिशाप है हम कितना भी उन्नति कर ले कितना भी विकास की बातें कर ले जब तक हम अपनी बेटियों को सुरक्षित नहीं कर पाएंगे तब तक राजनीति में सफल होने का जो हम दम भरते हैं। वह कभी सफल नहीं हो पाएगा और इन सभी घटनाओं की जांच होनी चाहिए इसके पीछे कौन लोग हैं यह एक संयोग नहीं बल्कि एक सोची समझी साजिश का एक हिस्सा है। सरकार को इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करनी चाहिए ताकि हमारे राज्य की बेटियां सुरक्षित रह सके सरकार को जाति और धर्म से ऊपर उठकर इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।