जो ज्ञान लाखों रुपए खर्च करके नहीं मिल सकता वह ज्ञान भागवत कथा श्रवण करने से अवश्य ही मिल जाता है सुरेंद्र हरिदास
धनबाद : जो ज्ञान लाखों रूपए खर्च करके नहीं मिल सकता वो ज्ञान भागवत कथा श्रवण करने से अवश्य ही मिल जाता है, ये बातें सुरेंद हरीदास महाराज ने शनिवार को कलश शोभायात्रा के दौरान कहीं। शोभायात्रा में कार्मिक नगर के वासियों शामिल हुए। शौभायात्रा सरायढेला, कार्मिक नगर के स्थानिय दुर्गा मंदिर से निकाली गई जो कार्मिक नगर कॉलोनियों का भ्रमण करते हुए वापस मंदिर परिसर पहुंचा। कलश यात्रा में महिलाएं व युवती सर पर कलश लेकर व पुरुष हाथों में निशान लेकर नगर भ्रमण किए। जय जय कार लगाए गए। नगर भ्रमण के बाद विधि विधान से पूजा अर्चना कर भगवान के जयकारे लगाए गए। बताया गया कि भगवान की कथा का विशेष महत्व होता है। इसे सुनने का अवसर हमें गवाना नहीं चाहिए। कार्मिक नगर में आठ दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ शनिवार से किया जा रहा है जो 15 अक्टूबर को समापन होगा। कथा का शुभारंभ हरीदास महाराज ने कार्मिक नगर के विशेष रुप से माताओं बहनों को श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस की शुरूआत विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई। जिसके बाद पूज्य महाराज ने सभी भक्तगणों को तेरी शरण में आके में धन्य हो गया भजन श्रवण कराया।
-लाखों रूपए खर्च कर जो ज्ञान प्राप्त नहीं कर सके, वो ज्ञान सात दिनों के भागवत कथा सुनने से मिल सकती है: कथावाचक सुरेंद्र हरीदास ने मार्डन शिक्षा व्यवस्था को लेकर कहा मां-बाप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा एवं ज्ञान देने के लिए लाखों रूपए खर्च करते हैं। लेकिन जो ज्ञान लाखों रूपए खर्च करके बच्चों को दी जा रही है। जिसके बाद भी आज के युग के बच्चे वो ज्ञान प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। स्कूल, कालेजों से सालभर में लाखों रूपए खर्च कर जो ज्ञान प्राप्त नहीं कर सके, वो ज्ञान सात दिनों के भागवत कथा सुनने से मिलेगी। सौ लोगों की संगति से बेहतर है, एक या दो लोग सब लोगों का साथ:कथावाचक ने बालीवुड में फिल्म बनाने वालों को लेकर कहा कि आज के समय में जो फिल्म बनाए जा रहे हैं, उसमें कम कपड़ों में लोगों को नचाया जा रहा है। जो हमारे समाज के लिए दुखद है। समाज में रहने वाले जो सभ्य लोग होते हैं वो असभ्य वेशभूषा धारण नहीं कर सकते। सभ्य लोग वही हैं जो समाज में समाज के तौर तरीके से ही रह सकते है। इसके अलावा सौ लोगों की संगति से बेहतर है, एक या दो सभ्य लोगों का साथ हो। मौके पर सत्यदेव साव, बनारसी चौरसिया, उपेंद्र मंडल, रोहित साव, संतोष कुम्हार, अमित सिंह, लालटू चौधरी, राजू सिंह, विवेक सिंह, अभिषेक कुमार रुडु, विकास गोप आदि मौजूद थे।

