डॉ आरसी मेहता के नेतृत्व में क्रशर व्यवसायीयों ने राज्य के श्रम मंत्री से की मुलाकात

संवाददाता -भास्कर उपाध्याय



आजाद दुनिया हजारीबाग- जिले में क्रेशर व्यवसायियों की समस्या को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रत्याशी डॉ आर सी मेहता ने श्रम मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता से मुलाकात कर पत्थर व्यवसायियों एवं मजदूरों के समस्या से अवगत कराया । डॉ मेहता ने मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि पत्थर माइंस एवं क्रशर के लाइसेंस मिलने के बाद वर्षों से हजारीबाग जिला के हजारों व्यवसाई क्रशर उद्योग से जुड़े हैं तथा बैंकों से कर्ज लेकर व्यवसाय को शुरू किया था परंतु केंद्र सरकार द्वारा 1 अगस्त 2018 से हजारीबाग जिला को इको सेंसेटिव जोन घोषित कर दिया गया।जिसके कारण लाइसेंस का रिनुअल को रोक दिया गया। मंत्री को दिए मांग पत्र में कहा गया कि सरकार के द्वारा 2025 से 2030 तक का लाइसेंस निर्गत किया गया है तदोपरांत खेत बारी बेचकर कर्ज लेकर व्यवसाय शुरू किए गया। पर बिना मुआवजा दिए जिला टास्क फोर्स के द्वारा क्रशर को ध्वस्त कर हजारों लोगों के रोजगार को भी ध्वस्त कर दिया गया। बिजली विभाग के द्वारा ट्रांसफर लगाएं गया था पत्थर व्यवसाय बंदी के कारण मजदूर अन्य शहरों के तरफ पलायन कर रहे हैं कुछ लोग गैरकानूनी कार्यो के तरफ अक्सर हो रहे हैं।श्री मेहता ने मुख्यमंत्री व श्रम मंत्री से आग्रह किया की लाइसेंसी संस्थान को तोड़ने पर मुआवजा दिया जाए। हाईकोर्ट में मुकदमा चल रहा है हाई कोर्ट का निर्णय आने तक ह्यूमन राइट के तहत विधानसभा में पारित कर पूर्व के तरह व्यवसाय को चलने दिया जाए।ज्ञात हो कि पूर्व में जंगल से 200 गज की दूरी पर क्रसर माइंस चलाए जाने का लाइसेंस मिला था जिसे बढ़ाकर 5 हजार मीटर कर दिया गया है जो केंद्र सरकार के तानाशाही रवैए को दर्शाता है। दुनिया में सब कुछ परिवर्तनशील है अतः केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार को जनहित में 5000 मीटर से घटाकर पूर्व की तरह 200 मीटर कर दिया जाए। पूर्व के तरह लाइसेंस को रिन्यूअल कराया जाए। हजारीबाग में क्रशर व्यवसाय बंदी से पूर्व गिट्टी (छर्री) 1500/-मे 100 सेफ्टी का बीक रहा था जो आज बढ़कर के ₹7000 हो गया है जिससे अनेकों सरकारी एवं गैर सरकारी निर्माण बंद हो चुका है।
डाँ मेहता ने कहा की अगर आज 5 किलो प्रति व्यक्ति चावल का वितरण छोड़ दिया जाए तो हिंदुस्तान की स्थिति बांग्लादेश और पाकिस्तान से भी बदतर हो गया है मंत्री महोदय इसे संज्ञान में लेकर झारखंड विधान सभा एवं लोक सभा में प्रस्ताव पारित कर लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने का प्रयास करेंकिया। मंत्री को ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व प्रमुख चंद्रदेव मेहता पूर्व मुखिया सुनील मेहता साजिद अली खान विनय मेहता सुरेश ठाकुर अजय पासवान इत्यादि दर्जनों लोग थे।

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