सिंदरी, प्रतिनिधि कल्पना की रिपोर्ट







सिंदरी सेल की महत्वाकांक्षी परियोजना टासरा ओपेन कास्ट प्रोजेक्ट से दिन के उजाले में बेखौफ कोयला चोरी जारी है। स्थानीय पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से क्षेंत्र के सक्रिय कोयला तस्करों द्वारा सैकड़ों महिलाओं से प्रतिदिन कोयला चोरी करवाते है। प्रोजेक्ट से हो रही कोयला चोरी से सेल को प्रतिमाह लाखों रूपये का नुकसान होता है। इसके वाबजूद सेल प्रबंधन कोयला चोरी को रोकने को लेकर उदासीनता अपनाए हुए हैं। दिखावे के लिए कभी कभार स्थानीय पुलिस दो चार बोरी कोयला जप्त कर खानापूर्ति किया जाता है। जानकारों की मानें तो प्रतिदिन टासरा प्रोजेक्ट से दो सौ टन से ज्यादा कोयला की चोरी होता है। सेल चासनाला के प्रबंधक उपेंद्र सिंह ने बताया कि टासरा प्रोजेक्ट से हो रही कोयला चोरी को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को पत्र देकर अनुरोध किया गया है। किंतु पुलिस प्रशासन द्वारा कोयला चोरी को रोकने को ज्यादा दिलचस्प नही दिखता। प्रोजेक्ट से चुराए गए कोयला को दामोदर नदी के टासरा घाट, छठ घाट में नाव के माध्यम से नदी के उस पार संतालडीह के भठ्ठों मे खपाया जाता है। इसके एवज में स्थानीय पुलिस को मोटी रकम मिलता है।

