Dhanbad:ईसीआरकेयू द्वारा चरणबद्ध आंदोलन का प्रस्ताव पारित रेलकर्मी धरातल पर आंदोलन के लिए आगे आएं – शिव गोपाल




धनबाद,ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की 30 वीं केन्द्रीय परिषद की बैठक सोमवार को रेलवे आडिटोरियम धनबाद में यूनियन का झंडोत्तोलन तथ शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ शुरू हुआ. झंडोत्तोलन एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा तथा ईसीआरकेयू के केन्द्रीय अध्यक्ष डी के पांडेय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया. मौके पर उपस्थित सभी केन्द्रीय पदाधिकारी , केन्द्रीय परिषद सदस्यों और तथा सक्रिय सदस्यों ने भी शहीद वेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित की. प्रमुख रूप से यूनियन के दिवंगत साथी एस के सिंह उर्फ बुटेशर भाई को युवा साथियों ने जोरदार नारों के साथ याद करते हुए अपनी संवेदनाओं का प्रदर्शन किया.
सम्मेलन स्थल आडिटोरियम में शिव गोपाल मिश्रा, डी के पांडेय तथा महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन की शुरुआत हुई. धनबाद मंडल के शाखाओं द्वारा फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा तथा ईसीआरकेयू के केन्द्रीय पदाधिकारियों का पुष्पहार, प्रशस्ति शाल तथा प्रतीक चिह्न देकर स्वागत किया गया. प्रतीक चिह्न के रूप में भगवान बिरसा को उनकी जयंती 15 नवंबर को नमन संदेश युक्त तस्वीर भेंट की गई. महिला विंग के सदस्यों ने भी शिव गोपाल मिश्रा का स्वागत किया. अपने संभाषण में श्री मिश्रा ने युवाओं को एन पी एस समाप्त कर गारंटीड पेंशन के आंदोलन में पूरी शक्ति के साथ आगे आने का आह्वान किया. फेडरेशन ने हमेशा रेल बचाने का काम किया है और आगे भी इसे बचाने की जिम्मेदारी से हरगिज पीछे नहीं हटेंगे. रेलकर्मियों ने कोरोना अवधि में भी पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना कर्तव्य पूरा किया है और शहादत भी दी है. केन्द्र सरकार ने रेलवे की 26 प्रतिशत परिसम्पत्तियों को बेचने की योजना बनाई है. हमने इस मसौदे का भी विरोध किया है.
उन्होंने कहा कि रेलवे के साढ़े तीन लाख पदों पर बहाली करने के लिए सरकार पर फेडरेशन दबाव बनाया जा रहा है. इससे कार्यरत कर्मचारियों पर काम का बोझ कम होगा वहीं बेरोजगार युवकों को स्थाई आजीविका भी मिल सकेगी. कर्मचारियों की कमी के बावजूद भी हमारी उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इस आलोक में रेलवे के निजीकरण का विरोध करने का हमारा दावा मजबूत होता है. इसके अतिरिक्त हमारी लड़ाई बहुत से प्रमुख मुद्दों को समाधान कराने के लिए चल रही है. ट्रैकमैन सहित अन्य निम्न ग्रेड पे के कर्मचारियों को 4200 ग्रेड पे तक पदोन्नति के सोपान उपलब्ध कराने, एल डी सी ई ओपन टू आल करने, जोखिम भरे कार्यों को करने वाले सभी पदों को जोखिम भत्ता देने, रनिंग कर्मचारियों को एम ए सी पी के तहत 4600 और 4800 ग्रेड पे देने की व्यवस्था करने सहित कई मुद्दों पर फेडरेशन ने उचित फोरम पर मांग रखी है. इन पर सफलता पाने के लिए धरातल पर रेलकर्मियों के आंदोलन की आवश्यकता है.
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव ने मंच संचालित करते हुए कहा कि रेलकर्मियों की बढ़ती समस्याओं का समाधान कराने के लिए रेल प्रशासन पर पर्याप्त दबाव बनाने के लिए ईसीआरकेयू ने स्थानीय स्तर, मंडल स्तर तथा महाप्रबंधक स्तर पर धरना प्रदर्शन करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है. इस केन्द्रीय परिषद की बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा इस पर सहमति बन जाने पर तारीखों की घोषणा की जाएगी.
ईसीआरकेयू के अध्यक्ष डी के पांडेय ने कहा कि रेलकर्मियों को बेहतर प्रबंधन और नेतृत्व शक्ति वाले श्रमिक संगठन के झंडे तले आकर संगठित होने की जरूरत है तभी तमाम समस्याओं का समाधान हो सकेगा. राष्ट्रीय स्तर पर एआईआरएफ तथा जोन स्तर पर मान्यता प्राप्त यूनियन ईसीआरकेयू ही एकमात्र सक्रिय और समर्पित संगठन है जो रेलकर्मियों की समस्याओं के हल कराने के प्रति गंभीर रहता है.
इस अवसर पर अपर महामंत्री मो ज़्याऊद्दीन, सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष एस एस डी मिश्रा तथा मिथिलेश कुमार, मनोज कुमार पांडेय, बी बी पासवान, केदार प्रसाद, के के मिश्रा, चंद्र शेखर सिंह, बिंदु कुमार, पी के मिश्रा, रमेश चन्द्र, संजय मंडल, श्रीमती मृदुला कुमारी, वीरेंद्र प्रसाद यादव, आर के मंडल, एस सी त्रिवेदी,आर के मंडल, विभिन्न शाखाओं के सचिव, अध्यक्ष और केन्द्रीय परिषद सदस्यों सहित बड़ी संख्या में स्थानीय महिला रेलकर्मियों ने उत्साह के साथ भाग लिया.
उक्त जानकारी ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास ने दी।

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