धनबाद:शुक्रवार को विज्ञान विहार कॉलोनी, मेमको मोड में भागवत प्रसाद पाण्डेय की अध्यक्षता में सर्वोच्च मानवाधिकार संरक्षण का मिलन समारोह का आयोजन सम्पन्न हुई। जिसमें जितेन्द्र पाठक मुख्य अतिथि, डा.रघुवंश प्रसाद मिश्र ,डा.अनराधा मिश्र एवं गोपाल पाण्डेय को विशिष्ठ अतिथि के रूप में मंच पर आसन ग्रहण किये। तत्पश्चात दीप प्रज्वलित किया गया। आचार्य विद्वान पंडित श्याम सुन्दर पाण्डेय के द्वारा मंगलाचरण एवं स्वस्तीवाचन किया गया।मंचासिन अतिथियों को माल्यार्पण किया गया।उसके बाद मंचासिन अतिथियों ने प्रदेश जेनेरल सेक्रेटरी का प्रमाण पत्र सुरेश चन्द्र तिवारी एवं सीएमडी का प्रमाण पत्र हृदय कुमार मिश्र तथा आईडी कार्ड सोंपा। मुख्य
अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि मानवाधिकार की स्थापना 2अक्टुबर 1993 हुई। जिसका उद्देश्य नौकर शाही पर रोक लगाना, मानवाधिकारों के हनन को रोकना लगाना। मानवाधिकार की सुरक्षा के बिना सामाजिक,आर्थिक और राजनीतिक आजादी खोखली है। विशिष्ठ अतिथि डा.रघुवंश मिश्र ने कहा कि मानवाधिकार की लड़ाई हम सभी की लड़ाई है।विश्व भर में नस्ल,धर्म,जाति के नाम पर मानव द्वारा मानव का शोषन किया जा रहा है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में मानवाधिकार की स्थापना एवं संबंधित कानून बनाते गये हैं। डा.अनुराधा एवं गोपाल पाण्डेय विशिष्ठ अतिथि ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो व्यवहार स्वंय को न भाये, वह व्यवहार दूसरों के साथ भी नहीं करें। अध्यक्षीय भाषण में भागवत प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि आपसी भाईचारा जागृत कर तनावमुक्त जीवन जीने के लिए मानवाधिकार की स्थापना की गई है।साथ ही उपस्थित सज्जनों को धन्यवाद ज्ञापन किया।
मौके पर डा.प्रमोद कुमार मिश्र, बैद्यनाथ साधु, राजीव रंजन त्रिवेदी,सत्येन्द्र प्रकाश पाण्डेय,अरुण कुमार राजवंशी,मो.अनीश अंसारी, कोल आफिसर ऐशोसियेसन के पूर्व अध्यक्ष भवानी वंदोपाध्याय, बोबी पाण्डेय,डा.नीलम मिश्रा, शैलेश कुमार सिंह, डा. विनोद मिश्रा,के.के.सिह,आलोक कुमार पाण्डेय, जनार्दन तिवारी आदि अतिथि उपस्थित हुए।मंच संचालन विद्वान पंडित किशोर कुमार पाण्डेय ने किया।