ईसीआरकेयू की मंडलीय परिषद की बैठक में
सेवानिवृत्त सदस्यों को किया गया सम्मानित



संगठन में संयुक्त संघर्ष ही हमारी शक्ति – श्रीवास्तव

युवा और महिला रेलकर्मी अपने अधिकार की लड़ाई में
आगे आएं – डी के पाण्डेय

ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के धनबाद मंडल का मंडलीय परिषद की बैठक गुरूवार को रेलवे आडिटोरियम में सम्पन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता तथा मंच संचालन अपर महामंत्री मो ज़्याऊद्दीन ने किया तथा इस कार्य में सहयोग सहायक महामंत्री ओमप्रकाश तथा केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा ने किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ईसीआरकेयू के केन्द्रीय अध्यक्ष श्री डी के पांडेय एवं महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव उपस्थित रहे. विशिष्ट आमंत्रित अतिथि मंडल रेल प्रबंधक धनबाद श्री आशीष बंसल, वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी श्री अजीत कुमार तथा वरीय मंडल विद्युत अभियंता श्री डी के साह उपस्थित हुए.
ईसीआरकेयू के झंडारोहण एवं रेलकर्मियों के हितों के लिए हुए आंदोलन के दौरान शहीद हुए रेलकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया. इसके बाद सभागार में सभी केन्द्रीय पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. धनबाद मंडल के विभिन्न शाखाओं के पदाधिकारियों द्वारा केन्द्रीय पदाधिकारियों और महिला नेत्री श्रीमती मीना कुण्डु को पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्र प्रदान किया गया. महामंत्री श्रीवास्तव, अध्यक्ष डी के पांडेय, केन्द्रीय संगठन मंत्री वी डी सिंह एवं पी के मिश्रा एवं महिला नेत्री श्रीमती मीना कुण्डु को विशेष उपहार एवं सम्मान प्रतीक प्रदान कर सम्मानित किया गया.
बैठक में शाखा के प्रतिनिधियों ने कॉम पाण्डेय एवं कॉम श्रीवास्तव के के व्यक्तित्व पर अपने विचार रखे तथा इनके नेतृत्व में कर्मचारी हितों की लड़ाई में ईसीआरकेयू के झंडे तले सतत् संघर्ष करते रहने का संकल्प दुहराया. अपने विचार रखने वालों में सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एस एस डी मिश्रा, पी के सिन्हा, बी बी सिंह, चमारी राम, पी के मिश्रा, सुनील कुमार सिंह, केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा, महिला नेत्री श्रीमती मीना कुण्डु ने अपने विचार साझा किए.
अपनी बात रखते हुए महामंत्री श्रीवास्तव ने कहा कि सतत् संघर्ष से ही सफलता मिलती है और संयुक्त संघर्ष ही संगठन की शक्ति है. अराजक और नकारात्मक विचार रखने वाले अपनी कुत्सित कर्मों से सत्य, निष्ठा और नि:स्वार्थ भाव से संघर्ष करने वालों को परेशान कर सकते हैं लेकिन पराजित नहीं. ईसीआरकेयू ने औद्योगिक संबंध को बेहतर बनाने के साथ साथ रेलकर्मियों के हितों के लिए निरंतर संघर्ष किया है. आज ईसीआरकेयू बिना किसी जाति, धर्म तथा पद को प्राथमिकता नहीं दी है. रेलकर्मियों के हितों के लिए समर्पित भाव से कार्य करना ही इस संगठन का धर्म है. शहीदों और पूर्व कार्यकर्ताओं के सपनों को पूरा करना ही हमारा लक्ष्य है. उनके विचारों के बल पर ही यह संगठन आज विशाल रूप ले चुका है. इस वर्ष मातृ संगठन एआईआरएफ का सौ वर्ष पूरा हो रहा है और हमें इमानदारी से अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए लगे रहना है. उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को महाप्रबंधक हाजीपुर के समक्ष विभिन्न लंबित मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर विशाल प्रदर्शन किया जाना है. उन्होंने इसमें पूरे ऊर्जा के साथ शामिल होने का आह्वान किया.
अध्यक्ष श्री पाण्डेय ने अपने वक्तव्य में कहा कि रेलकर्मियों के सहयोग और शक्ति के बल पर ही संगठन का विकास होता है. उन्होंने युवा पीढ़ी और महिला रेलकर्मियों को आगे आकर अपने अधिकार को पाने की लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया.
मंडल स्तर पर इस सांगठनिक कार्यक्रम में आई एम सिंह,ए के तिवारी,आर एन चौधरी, सुनिल सिंह,चंदन शुक्ल,ए के भगत, पी के सिन्हा,बी के झा,रूपेश कुमार,सुरेन्द्र कुमार,चमारी राम, आर के सिंह,एस के श्रीवास्तव, अजीत कुमार,पिन्टू नंदन,आर एन विश्वकर्मा,अदनान सिराजी, बी के साव, रंजीत कुमार,अभय कुमार सिंह,नेताजी सुभाष,सोमेश्वर दत्ता, तापस साहु,ए के दा,एन के खवास, विश्वजीत,दीपा कुमारी,सोनाली श्रीवास्तवश्रीवास्तव आदि शामिल रहे.
उपरोक्त जानकारी ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास ने दी।

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