दुमका से हेमंत स्वर्णकार की रिपोर्ट
समाहरणालय सभागार में उपायुक्त की अध्यक्षता में राजकीय जनजातीय हिजला मेला के आयोजन से संबंधित प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। उपायुक्त ने कहा कि झारखंड में संताल परगना के प्रमंडलीय मुख्यालय दुमका में मयूराक्षी नदी के मनोरम तट पर और हिजला पहाड़ी के सुरम्य तलहटी पर 133 साल से लगने वाला ऐतिहासिक जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 24 फरवरी से तीन मार्च तक आयोजित किया जाएगा। कल शुक्रवार को पूर्वाहन 11:00 बजे उल्लास जुलूस के साथ मेला का शुभारंभ किया जाएगा। जिसके उपरांत विधिवत रूप से मेला का उद्घाटन किया जाएगा। मेला क्षेत्र में कुल चार कला मंच बनाए गए हैं जिसमें विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगों का मनोरंजन कराया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि ऐतिहासिक हिजला मेला के शुभारंभ से पूरे संताल परगना प्रमंडल में उमंग भर आता है। परम्परा के अनुसार, हिजला मेला महोत्सव पारम्परिक औदात्य, गरिमा और उल्लास से मनाया जायेगा। राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव में इस वर्ष भी संताल परगना के सभी जिलों के लोगों की भागीदारी होगी। प्रमंडल के सभी छह जिलों में व्यापक रूप से इस मेला का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। राज्य स्तर के साथ साथ राष्ट्रीय स्तर तक मेला की पहुंच होगी। मेला में लगाये जाने वाले स्टॉल में कृषि के अत्याधुनिक तकनीक के साथ अन्य चीजों को भी दर्शाया जायेगा। एक सप्ताह चलने वाले इस मेले में प्रत्येक दिन पारंपरिक खेलों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव की गतिविधियों को प्रचार के विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर प्रचार प्रसार किया जायेगा। मेला में शौचालय, पर्याप्त रौशनी, पेयजल, बेहतर साज सज्जा, साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था की गई है।
बैठक में उप निदेशक जनसंपर्क, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।