Dhanbad:7 सूत्री मांगों को लेकर आजसू पार्टी ने निकाला न्याय मार्च



धनबाद: गुरुवार को आजसू पार्टी केन्द्रीय समिति के निदेशानुसार जिला अध्यक्ष मंटू महतो के नेतृत्व में शहीद रणधीर वर्मा चौक से उपायुक्त कार्यालय तक सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सात सूत्री मांगों को लेकर सामाजिक न्याय मार्च निकाला गया। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रधान सचिव रामा शंकर तिवारी ने किया। प्रवक्ता ने बताया झारखंड की जनभावना और बड़ी आबादी के हितों से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत सभी जिला मुख्यालयों में न्याय मार्च निकाली गई है। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं। इस यात्रा के जरिए पार्टी राज्य सरकार को सचेत भी करती है कि उलझनें पैदा करने की बजाय लोकहित में शीघ्र निर्णायक कदम उठाये। आजसू पार्टी राज्य में अविलंब खतियान आधारित नियोजन नीति बनाकर रिक्त सभी सरकारी पदों को भरने की मांग पर जोर देती है। साथ ही रोजगार सृजन के सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं, जिससे बेरोजगारों में व्याप्त निराशा और हताशा दूर हो सके। दरअसल इन मामलों में सरकार का रवैया बेहद निराशजनक रहा है। जातीय जनगणना झारखंड में जातीय जनगणना निहायत जरूरी है। पिछड़ा आरक्षण तय करने के लिए भी यह मजबूत आधार है। झारखंड में पिछड़ा वर्ग का आरक्षण बढ़ाने की बहुप्रतीक्षित मांग जातीय आबादी के दावे के साथ सालों से उठती रही हैं। इनके अलावा हर आदमी की सामाजिक, आर्थिक स्थिति का आंकलन जनगणना में होता है। पार्टी प्रमुख सुदेश कुमार महतो ने इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया था। अलग-अलग मंचों से भी वे इसकी जरूरत की वकालत करते रहे हैं। लेकिन सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है। आरक्षण के सवाल पर झारखंड में पिछड़ा वर्ग के साथ धोखा और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
आजसू पार्टी पूर्व में जो जातियां अनुसूचित जनजाति की सूची में थे, उन्हें पुनः अनुसूचित जनजाति में शामिल करने और सरना धर्म कोड लागू करने की मांग पर जोर देती रही है। सामाजिक न्याय यात्रा के साथ पार्टी एक बार फिर इस विषय पर आवाज मुखर करती है। संसाधनों की लूट बंद हो :झारखंड खनिज संपदा से परिपूर्ण प्रदेश है। लेकिन बड़े पैमाने पर संसाधनों की लूट से इस राज्य का विकास अवरूद्ध हो रहा है और अराजकता का वातावरण है। राज्य की छवि लगातार खराब हो रही है। शासन-प्रशासन इस मामले में ईमानदार और पारदर्शी कदम उठाए।
आंदोलनकारियों का सम्मान : अलग राज्य बने 23 साल हुए, पर झारखंड में आंदोलनकारी हाशिये पर रह गए। आजसू पार्टी सदन से लेकर सड़क तक आंदोलनकारियों के चिन्हितीकरण से लेकर मान-सम्मान, सुविधाएं, पर्याप्त पेंशन और फ्रीडम फाइटर का दर्जा देने की आवाज उठाती रही है। अतः आजसू पार्टी आपके माध्यम से सरकार से पुनः मांग करती है कि जनभावना के अनुरूप उपरोक्त सात सूत्री मांगों पर समुचित और अपेक्षित कार्रवाई सुनिश्चित हो। सामाजिक न्याय मार्च में सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारा लगाया गया तथा अपने हक और अधिकार के लिये जिला उपायुक्त के नाम स्मार पत्र सौंपा गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से केन्द्रीय महासचिव सन्तोष महतो, केन्द्रीय सचिव राधे श्याम गोस्वामी,पूर्व जिलाध्यक्ष गिरिधारी महतो,केन्द्रीय सदस्य कुल्लू चौधरी बीरेन्द्र निषाद, शफीक आलम,रमेश मुनि, हलधर महतो,जिला प्रधान सचिव रामा शंकर तिवारी, भास्कर ओझा,महबूब आलम, हीरा लाल महतो,दयानंद महतो, वंशराज कुशवाहा,संतोष कुशवाहा,गोपाल महतो, पप्पू सिंह, जीतू पासवान,संतोष पासवान, शेखर महतो,सुभाष रवानी,आशीष तिवारी,योगेश महतो,सुमन पाण्डेय,मीना सिंह, गीता देवी,पप्पू मंडल,पप्पू सिंह, नरेश मंडल,राकेश गयाली, रेखा देवी, डालेश्वरी देवी,गफ्फार अंसारी,धनंजय महतो,राम चन्द्र राणा, प्रेम कुमार सिन्हा,महेन्द्र प्रसाद, गौतम गोप,रिंकू महतो, सुदामा पासवान,तबरेज अंसारी, सुल्तान अंसारी इत्यादी शामील थे।

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