Posted by Dilip pandey
थमने का नाम नहीं ले रहा यह सिलसिला, रोकथाम का कोई गंभीर प्रयास भी नहीं
सड़क पार करते असुरक्षित बच्चे
धनबाद —-चालू वर्ष में पांच माह के अंदर सड़क दुर्घटनाओं में 114 लोग जान गंवा चुके हैं. धनबाद जिले में दुर्घटनाओं से मौत का यह आंकड़ा अकेले शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के पोस्टमार्टम विभाग का है. कई ऐसी दुर्घटनाएं भी हुई होंगी, जिसका रिकार्ड भी नहीं रखा जाता, हालांकि जिंदगी खत्म हो जाती है. सड़क दुर्घटनाओं का यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, जबकि इसकी रोकथाम के लिए कोई गंभीर प्रयास होता भी नहीं दिखता. हालत यह है कि वर्ष गुजरने के साथ हर माह दुर्घटना होती है और किसी न किसी के घर का चिराग बुझ जाता है. जनवरी में 25, फरवरी में 32, मार्च में 34, अप्रैल में 22 तथा मई में अब तक 01 व्यक्ति सड़क दुर्घटना का शिकार हो चुका है.
तेज रफ्तार बन चुकी है युवाओं का शौक
सड़कों पर तेज रफ्तार वाहन, बेतरतीब यातायात, संकीर्ण मार्ग पर बेतहाशा भीड़ और असावधान चालक अक्सर दुर्घटना का कारण बनते हैं. आदमी चल रहा है और तभी कोई तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आ जाता है. अति विश्वास से भरे युवा सड़कों पर तेजी से वाहन चलाते हैं और दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं. यातायात के नियमों का पालन नहीं होता और इस काम के लिए ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस भी असावधान रहती है. ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए समुचित उपकरणों का भी अभाव है, ग्रीन व लाल सिग्नल की व्यवस्था भी नहीं है. कहीं है भी तो उसे नियंत्रित करने वाली पुलिस तैनात नहीं है.
निहत्थी ट्रैफिक पुलिस करे भी तो क्या
इतनी अव्यवस्था और असावधानी मौजूद हो तो सड़क दुर्घटना का ग्राफ तेजी से बढ़ना ही है. नियंत्रण के लिए ट्रैफिक पुलिस प्रशासन के पास कोई ठोस जुगाड़ भी नहीं है. तेज रफ्तार लोगों की जान की दुश्मन बन रही है. वाहनों की स्पीड जांच के लिए जो स्पीडो मीटर ट्रैफिक पुलिस को मिले थे, वह भी काफी दिनों से खराब है. ट्रैफिक पुलिस मुख्यालय से कई बार पत्रचार भी किया गया, लेकिन हालात जस के तस हैं. ट्रैफिक पुलिस की ओर से हेलमेट जांच अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन स्पीड की जांच के उपाय नदारद हैं.
सड़कों पर न साइन बोर्ड, न जेबरा क्रॉसिंग
शहर की कई सड़कों पर साइन बोर्ड और जेबरा क्रॉसिंग तक नहीं है. एसएसपी आवास रोड़, नगर निगम रोड, सिटी सेंटर रोड, कार्मेल स्कूल रोड, बैंक मोड़, सरायढेला आदि व्यस्ततम जगहों पर जेब्रा क्रॉसिंग तथा साइन बोर्ड का अभाव है. हालांकि पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता दिनेश प्रसाद का दावा है कि पथ निर्माण की मुख्य सड़को पर जेब्रा क्रॉसिंग है. इन सभी अव्यवस्थाओं व जरूरी उपकरण व उपायों के अभाव के बीच सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. पता नहीं कब व्यवस्था सुधरेगी और लोग बेफिक्र सड़कों पर चल सकेंगे.
थोड़ी सी असावधानी व ढेरों नुकसान
वासेपुर निशात नगर एसबीआई बैंक के समीप तेज रफ्तार पल्सर बाइक बिजली के खंभे से टकरा गई. बाइक पर तीन लोग सवार थे, जिसमें एक 19 वर्षीय युवक की मौत हो गई. एक दिन बाद शुक्रवार को उसकी बहन की शादी थी. वह चार बहनों में अकेला भाई था. बुधवार को रात उसकी मौत के बाद परिवार के लोग पछाड़ खा कर रो रहे हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा कि किसे दोष दें, व्यवस्था को या अपने भाग्य को.