Posted by Dilip Pandey
झारखंड के गढ़वा के मझिआंव में मानवता को शर्मसार और काफी दुखद करने वाली घटना घटी है. अस्पताल की एएनएम और दाई ने नवजात को कचरे साथ जला दिया. मझिआंव की रहने वाली मधु देवी नामक महिला को प्रसव पीड़ा के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया था. मधु देवी ने मृत बच्चे को जन्म दिया. मौके पर मौजूद एएनएम और दाई ने परिजनों को बताया कि मृत बच्चे ने जन्म लिया है. परिजन नवजात के शव के अंतिम संस्कार की तैयारी के लिए बाजार गए, इसी बीच एएनएम अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों और दाई ने नवजात को कचरे के साथ जला दिया.
मधु देवी के परिजनों का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र के पास में एक गोफ में कचरे को जलाया जा रहा था, इसी गोफ में नवजात के शव को फेंक दिया गया. हमने अपने मृत बच्चे का चेहरा तक नहीं देखा था और शव पूरी तरह जल गया. मामला सामने आने के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों का कहना है कि बिना जानकारी के मृत बच्चे के शव को गोफ में फेंक कर जला दिया गया है.
क्या है मामला
जिले के मझिआंव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पलामू के राजहरा गांव निवासी मनदीप विश्वकर्मा अपनी पत्नी मधु देवी का प्रसव कराने पहुंचा, जहां नर्स निर्मला कुमारी और मंजू कुमारी द्वारा महिला का प्रसव कराया गया, बताया जा रहा है की प्रसव से पहले ही बच्चे की मौत हो चुकी थी. बच्चे की मौत की जानकारी होने के बाद उसकी मां सहित पूरा परिवार जहां एक ओर मातम मना रहा था. वहीं, पुरुष सदस्य उसके अंतिम संस्कार के लिए बाजार से सामग्री की खरीददारी करने गए तो इधर अस्पताल की दाई दौलती देवी ने अस्पताल के कचरा निस्तारण के लिए बनाये गए गड्ढे में जिसमें कचरा जलाया जा रहा था उसी जलते आग में नवजात के शव को फेंक दिया.