Dhanbad:भाजपा ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर दी श्रद्धांजलि

Posted by Dilip Pandey

धनबाद: शुक्रवार को माँ भारती के अमर सपूत,महान राष्ट्रभक्त एवं शिक्षाविद,जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष श्रद्धेय डॉ.धनबाद: शुक्रवार को माँ भारती के अमर सपूत,महान राष्ट्रभक्त एवं शिक्षाविद,जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर सिटी सेंटर के नजदीक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह , धनबाद के विधायक राज सिन्हा, धनबाद नगर निगम के निवर्तमान महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल तथा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण और पुष्प अर्पण कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले थे। राष्ट्र की अखंडता और समाज की उन्नति के लिए आजीवन कार्य करने वाले मूल्य आधारित राजनीति के प्रतीक के रूप में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का ओजपूर्ण व्यक्तित्व प्रत्येक देशवासी को राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का बोध कराता रहेगा। देश शिक्षा और समाज के प्रति उनके योगदान हमेशा हमारी जीवन का आदर्श रहेगी।
इस अवसर पर धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने कहा कि जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का देश की एकता अखंडता एवं संप्रभुता की रक्षा हेतु किया गया बलिदान हम सभी के लिए पाथेय है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अवधारणा के प्रेरणा पुंज मां भारती के वैभव के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे भारत की संप्रभुता की रक्षा और सार्वभौमिक उत्कर्ष के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी सदैव हमारी प्रेरणा बने रहेंगे।
निवर्तमान महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और अंत्योदय को देश की प्रगति का आधार मानने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान-नहीं चलेंगे,नहीं चलेंगे’ का नारा दिया और कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।राष्ट्रीय एकता व अखंडता के पर्याय जनसंघ के संस्थापक, महान शिक्षाविद व प्रखर राष्ट्रवादी डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर शत-शत नमन।पूर्व जिला अध्यक्ष हरि प्रकाश लाटा ने कहा भारतीय जनसंघ के संस्थापक कश्मीर में दो विधान, दो प्रधान दो, निशान का विरोध करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन हमेशा देश उत्थान के लिए लगा रहा। इस अवसर पर नितिन भट्ट, संजय झा,अशोक पाल,अमरजीत कुमार,स्वरूप भट्टाचार्य,टुन्ना सिंह ,रिन्कू सिन्हा ,सत्येंद्र मिश्रा, दीपक सिंह, उमेश सिंह ,अनिल शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर सिटी सेंटर के नजदीक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह , धनबाद के विधायक राज सिन्हा, धनबाद नगर निगम के निवर्तमान महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल तथा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण और पुष्प अर्पण कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले थे। राष्ट्र की अखंडता और समाज की उन्नति के लिए आजीवन कार्य करने वाले मूल्य आधारित राजनीति के प्रतीक के रूप में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का ओजपूर्ण व्यक्तित्व प्रत्येक देशवासी को राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का बोध कराता रहेगा। देश शिक्षा और समाज के प्रति उनके योगदान हमेशा हमारी जीवन का आदर्श रहेगी।
इस अवसर पर धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने कहा कि जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का देश की एकता अखंडता एवं संप्रभुता की रक्षा हेतु किया गया बलिदान हम सभी के लिए पाथेय है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अवधारणा के प्रेरणा पुंज मां भारती के वैभव के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे भारत की संप्रभुता की रक्षा और सार्वभौमिक उत्कर्ष के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी सदैव हमारी प्रेरणा बने रहेंगे।
निवर्तमान महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और अंत्योदय को देश की प्रगति का आधार मानने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान-नहीं चलेंगे,नहीं चलेंगे’ का नारा दिया और कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।राष्ट्रीय एकता व अखंडता के पर्याय जनसंघ के संस्थापक, महान शिक्षाविद व प्रखर राष्ट्रवादी डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर शत-शत नमन।पूर्व जिला अध्यक्ष हरि प्रकाश लाटा ने कहा भारतीय जनसंघ के संस्थापक कश्मीर में दो विधान, दो प्रधान दो, निशान का विरोध करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन हमेशा देश उत्थान के लिए लगा रहा। इस अवसर पर नितिन भट्ट, संजय झा,अशोक पाल,अमरजीत कुमार,स्वरूप भट्टाचार्य,टुन्ना सिंह ,रिन्कू सिन्हा ,सत्येंद्र मिश्रा, दीपक सिंह, उमेश सिंह ,अनिल शर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।

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