विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में झामुमो ने आयोजित किया भव्य कार्यक्रम

Posted by Dilip Pandey

हजारों की संख्या में आदिवासी महिला- पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में उपस्थित होकर डुगडुगी के धुन पर घंटों पारंपरिक नृत्य किया

धनबाद: बुधवार को विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य पर झामुमो धनबाद जिला समिति द्वारा एक भव्य कार्यक्रम किया गया। रणधीर वर्मा स्टेडियम में धनबाद जिला के विभिन्न गांव ग्राम से आदिवासी महिला पुरुष हजारों की संख्या में पारम्परिक वेशभूषा में उपस्थित होकर डुगडुगी के धुन पर घंटों पारम्परिक नृत्य कर आदिवासी दिवस मनाया। पुरे कार्यक्रम का नेतृत्व जिलाध्यक्ष लख़ी सोरेन ने किया।झामुमो जिला समिति द्वारा कार्यक्रम में शामिल हो रहे सभी आदिवासी भाई बहनों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
सामुहिक जुटाना के बाद हजारों की संख्या में पारम्परिक नृत्य करते हुए एवं डुगडुगी बजाते हुए जिला अध्यक्ष लख़ी सोरेन के नेतृत्व में सभी लोग गोल्फ ग्राउंड से रणधीर वर्मा चौक पहुंचे सभी ने एक दूसरे को आदिवासी दिवस की बधाई दी।मौके पर जिला अध्यक्ष लख़ी सोरेन ने कहा की विश्व आदिवासी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समाज के भाषा, परम्परा, संस्कृति साथ ही सम्मान को संरक्षित करने केलिए मनाया जाता हैं। झारखण्ड में दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने संघर्ष कर आज आदिवासी समाज को जिस मुकाम तक लेकर गयें हैं उनके लिए पुरा समय आदरणीय गुरु जी का कृतज्ञ हैं और रहेगा,आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार आदिवासी के विकास के लिए कइ एक योजना चला रही हैं, मुख्यमंत्री को आदिवासी समाज की चिंता है, आदिवासियों के हक अधिकार को कोई सरकार संरक्षित ओर सुरक्षित कर सकता है ओर किया हैं वो एक मात्र हेमंत सोरेन हैं,हम सभी गुरु जी के साथ थे, हैं और रहेंगे।मौके पर केन्द्रीय सदस्य सुखलाल मराण्डी ने कहा की हम आदिवासी समाज के लोगो को एक जुटता के साथ रहना है, आदिवासियों के शोषण का एक लम्बा इतिहास है ओर उस शोषण के खिलाफ दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संघर्ष का भी इतिहास है हम सभी को अपने आदर्श गुरु जी के पद चिन्हों पर चलना है समाज को एकजुट रखना हैं,साथ ही आदिवासी समाज के लिए राज्य सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं से समाज को लाभान्वित करना हैं।मौके पर महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष मीना हेम्ब्रम ने कहा की आज आदिवासी महिलाओं को आगे आना होगा घर के साथ समाज में व्याप्त कुरीतियों से लड़ना होगा, दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संघर्ष को याद कीजिए कैसे समाज में व्याप्त नशाखोरी, सुदखोरी,अशिक्षा के खिलाफ उन्होंने संघर्ष कर समाज को एक मुकाम तक पहुंचने का काम किया हैं अब हम सभी आदिवासी महिलाओं को उनके बताएं रास्ते पर चल कर अपने घर, ग्राम से नशाखोरी, अशिक्षा को मिटाना है,समाज को शिक्षित बनाना हैं आज अगर हम महिला एक जुटता के साथ किसी कार्य को करने को ठान लें तो कोई भी कामना नामुमकिन नहीं हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला उपाध्यक्ष मुकेश सिंह ने संपूर्ण आदिवासी समाज को विश्व आदिवासी दिवस की बधाइयां दी एवं उपस्थित लोगों को मिठाइयां खिलाई।मौके पर मुख्य रूप से केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य अमितेश सहाय,जिला सचिव मन्नु आलम, केन्द्रीय सदस्य नकुल महतो, कंसारी मंडल, डॉ नीलम मिश्रा, अशोक मंडल,अलाउद्दीन अंसारी, धरनीधर मंडल, जिला उपाध्यक्ष लखन प्रमाणिक,मुकेश सिंह, कालीचरण महतो,अजय रवानी, जिला प्रवक्ता समीर रवानी, संयुक्त सचिव मनोज महतो, एजाज अहमद,तपन तिवारी, फुलचंद किस्कू, महानगर अध्यक्ष मन्टू चौहान, सचिव अबू तारीक,गोबिन्दपुर प्रंखड अध्यक्ष अताउल्लाह अंसारी, सचिव पारस हांसदा, उपाध्यक्ष मौकिम अंसारी,टुण्डी प्रंखड अध्यक्ष लोलिन बास्की, सचिव सुमन मिश्रा, पूर्वी टुण्डी अध्यक्ष गिरिलाल किस्कू, बलियापुर प्रखंड अध्यक्ष सूरजकांत सोरेन, सचिव गौउरचंद मंडल, बाघमारा प्रखंड अध्यक्ष अजमुल अंसारी, सचिव राजेश महतो, उपाध्यक्ष हरेंद्र चौहान,ऐगारकुडं प्रखंड अध्यक्ष रामनाथ सोरेन, तोपचांची प्रखंड अध्यक्ष लालचंद महतो, सचिव नवल किशोर केवट,निरसा प्रंखड सचिव जाबीर हुसैन, जिला बीस सूत्री सदस्य राजू प्रमाणिक, गोबिंदपुर प्रखंड अध्यक्ष अख्तर हुसैन अंसारी, बुद्धिजीवी मोर्चा जिलाध्यक्ष राजू हाड़ी, यूवा मोर्चा जिलाध्यक्ष गुलाम कुरैशी, छात्रों जिलाध्यक्ष सूजित सिंह सचिव आज़ाद महतो, महिला मोर्चा जिला सचिव सोहागी, मुर्मू,हराधन रजवार, मिहिर दत्ता, सुदीप दत्ता, राजेश तुरी,पैग़ाम अली,नकुल चन्द्र महतो, युद्धेश्वर सिंह,सपन बनर्जी, अपूर्वा सरकार,उमा शंकर चौहान, नाथमुनी दुबे, प्रभास सिंह,बसीर अंसारी, अजय रवानी, प्रवीण लाला, कन्हाई सिंह, अशोक सिंह, सपन मोदक,श्याम सुंदर भुइया, रामबाबू चौहान, राजेश यादव, कृष्णा चौहान, लक्ष्मण चौहान, गुलेल अंसारी, फिरोज अंसारी,सहित हजारों के संख्या में लोग मौजूद थें।

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