विभागीय लापरवाही के कारण मध्य विद्यालय गम्हरिया मे विगत छ: माह से चल रहा गतिरोध

Posted by Dilip Pandey

● वरीय शिक्षिका रीमा कुमारी को दरकिनार कर शारिरीक शिक्षक शशिभूषण सिंह गलत तरीके से बन बैठे है विद्यालय के प्रधानाध्यापक

पताही/मोतिहारी…. शिक्षा विभाग के नियमानुसार किसी भी मध्य विद्यालय मे शारिरीक शिक्षक को प्रभारी प्रधानाध्यापक नही बनाया जा सकता। फिर किसके आलोक मे विद्यालय के सबसे कनीय शिक्षक शशिभूषण सिंह प्रभार को लेकर बार बार दावा कर रहे हैं। इसके पूर्व जब जिला शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय की वरीयतम शिक्षिका रीमा कुमारी को अपने ज्ञापांक-1590 दिनांक-07-08-23 के द्वारा रीमा कुमारी को विद्यालय का प्रभार दिया और उक्त पत्र के आलोक मे जब रीमा कुमारी विद्यालय मे प्रधानाध्यापक के रूप मे कार्य करने लगी। फिर किसके आलोक मे शशिभूषण सिंह प्रधानाध्यापक पद पर दावा कर रहे है। जबकि नियमावली मे स्पष्ट वर्णित है कि किसी भी शारिरिक शिक्षक को मध्य विद्यालय मे प्रधानाध्यापक नही बनाया जा सकता।
इतना ही नही, जिला शिक्षा पदाधिकारी के ज्ञापांक-3749 दिनांक-27-09-2023 के आलोक मे पताही प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ने अपने पत्रांक-479 दिनांक-13-10-2023 के आलोक मे पदस्थापना विवरणी के आधार पर रीमा कुमारी को विद्यालय का वरीयतम शिक्षक मानते हुए पत्र समर्पित किया जा चुका है तो दो माह बितने के बावजूद उक्त पत्र के आलोक मे रीमा कुमारी के साथ वरीय पदाधिकारी आखिर अनदेखा क्यों कर रहे है। क्या यह विभागीय नियमों का उल्लंघन नही है।
दिन प्रतिदिन प्रधानाध्यापक पद को लेकर गतिरोध बढ़ता जा रहा है जिससे विद्यालय मे पठन-पाठन के साथ साथ पीएम पोषण योजना भी प्रभावित हो रही है।

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