शुक्रवार को संविधान दिवस के अवसर पर समाहरणालय के सभागार में जिले के वरीय पदाधिकारियों एवं अन्य कर्मियों की उपस्थिति में *संविधान के प्रस्तावना का पठन* के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) डॉ कुमार ताराचंद ने कहा कि हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों एवं संविधान सभा ने जिस परिकल्पना के साथ संविधान के निर्माण में अपना योगदान दिया है। उसके मूल मंत्र को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी से प्रस्तावना पढ़ने की अपील की।
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकार एवं मौलिक कर्तव्य अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। संविधान के मूल मूल उद्देश्यों का बार-बार पठन करने से ही उसके मूल मंत्र का हम अपने व्यवहार एवं दिनचर्या में पालन कर सकेंगे। आइए आज हम सब मिलकर अपने मौलिक दायित्वों का निष्ठा पूर्वक पालन करने का संकल्प लें।
उन्होंने बताया कि संविधान के सिद्धांतों को परिपूर्ण करने के लिए ही सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं बनाई जाती है। हम लोगों को इन योजनाओं को धरातल पर लागू करने एवं लाभुकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रदान की गई है। अतः यह आवश्यक है कि हम पूरी ईमानदारी एवं सत्यनिष्ठा से कार्य करें। ताकि आम नागरिकों को सहज एवं सुलभ रूप से योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके।
संविधान दिवस के अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों, अंचलों एवं नगर निकायों में भी भारतीय संविधान के प्रस्तावना का पठन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मौके पर एडीएम लॉ एंड आर्डर डॉ कुमार ताराचंद, उप विकास आयुक्त श्री दशरथ चंद्र दास, विशेष कार्य पदाधिकारी श्री सुशांत मुखर्जी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ईशा खंडेलवाल, उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री मृत्युंजय पांडे सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
8 दिसम्बर से बहेगी तुलसी भागवत नगर शोभायात्रा के साथ कतरास के नदी किनारे नियर सुर्य मंदिर मंदिर में भागवत की व्यार।
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