सूरजकुंड धाम मे आयोजित सात दिवसीय योगा प्रशिक्षण के प्रतिभागियों को दिया गया प्रमाण पत्र




बरकट्ठा:-पतंजलि योग पीठ के द्वारा सूरजकुंड धाम में सात दिवसीय योग शिविर के कार्यक्रम के छठवें दिन में प्रतिभागियों को शिरोधारा का प्रशिक्षण एवं चिकित्सा प्रशिक्षण देने के बाद उनकी प्रतिक्रिया ली गई एवं उन्हें प्रमाण पत्र दिया गया‌। गंभीर से गंभीर बीमारियों का योग के द्वारा उपचार करने हेतु प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया। योग शिविर के झारखंड राज्य के प्रभारी रामजीवन पांडेय ने कहा कि प्राचीन काल में भारतवर्ष में बीमारियों के इलाज के लिए वर्तमान जैसा बड़े बड़े अस्पताल नहीं थे, चिकित्सीय प्रशिक्षण के लिए भारी-भरकम उपकरण मौजूद नहीं थे ,फिर भी यहां के लोग कम बीमार पड़ते थे ।अगर बीमार होते भी थे तो आसानी से स्वस्थ हो जाते थे। इसका प्रमुख कारण था कि हमारे पूर्वजों और ऋषि मुनियों के पास ज्ञान का अपार भंडार था। वे प्रकृति के साथ समन्वय बनाकर चलते थे। साथ ही साथ यदि किसी को कोई शारीरिक व्याधि होती थी तो वह बिना किसी दवा के भी आसानी से ठीक कर लेते थे। ऋषि-मुनियों और हमारे पूर्वजों के द्वारा दिए गए उसी ज्ञान के माध्यम से योगा का अभ्यास करके असाध्य रोगों को भी दूर किया जा सकता है। सूरजकुंड धाम में मंगलवार को योगा का समाप्ति दिवस है। जिसमें प्रखंड क्षेत्र के लोगों के द्वारा यहां योगा अभ्यास के लिए कमेटी का निर्माण भी किया जाएगा।

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