आईसेक्ट विश्वविद्यालय में आयोजित पतंग प्रतियोगिता में महिलाओं ने मारी बाज़ी





हजारीबाग। आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के तरवा-खरवा स्थित मुख्य कैंपस में मकर संक्रांति के मौके पर पतंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के कई कर्मियों ने हिस्सा लिया। विजेताओं के चयनकर्ता के रूप में मौजूद विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, कुलपति डॉ पीके नायक, डीन एकेडमिक डॉ बिनोद कुमार व डीन एडमिन डॉ एसआर रथ ने संयुक्त रूप से सबसे अधिक देर तक पतंग उड़ाने और कई प्रतिभागियों के पतंग काटने के लिए नामांकन एआर माधवी मेहता को विजेता घोषित किया। वहीं राजनीति शास्त्र की सहायक प्राध्यापिका प्रीति व्यास को दूसरा और राजनीति विज्ञान विभाग की एचओडी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के अवसर पर पतंग उड़ाने की शुरुआत भगवान श्रीराम ने की थी, ऐसा माना जाता है। पुराणों में उल्लेख है कि मकर संक्रांति पर पहली बार भगवान श्रीराम ने पतंग उड़ाई। यही वजह था कि इस खास मौके पर विश्वविद्यालय में पतंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने कहा कि पतंग उड़ाना धार्मिक लिहाज से ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के मद्देनजर से भी अच्छा माना गया है। बताते चलें कि पतंग प्रतियोगिता में माधवी मेहता, सौरभ कुमार, ललित मालवीय, आलोक कुमार, शमीम अहमद, राज शर्मा, चंदन कुमार, नेतलाल कुमार, प्रीति वर्मा, गोकुल कुमार, निशा कुमारी, शीत गंगा, राखी कुमारी, अमित सिन्हा, रोहित कुमार, प्रीति व्यास, श्वेता सिंह, रोहित मिंज, अमित कुमार, अजय रवि, ललित कुमार, नरेश गौतम, रंजू समेत अन्य प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान सभी प्राध्यापक-प्राध्यापिकाओं व कर्मियों ने चूड़ा, दही, गुड़ व तिलकुट का आनंद लिया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापक-प्राध्यापिकाओं व कर्मियों की मौजूदगी रही।

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