सदर विधायक कार्यालय में हुई प्रेस वार्ता जिसमें सदर विधायक बरही के पूर्व विधायक और भाजपा जिला अध्यक्ष ने रखी अपनी बात



हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल के कार्यालय सभागार में एक प्रेस- वार्ता का आयोजन हुआ। जिसमें हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल, बरही के पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव और भाजपा के हजारीबाग जिल अध्यक्ष अशोक यादव सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद हुए और संयुक्त रूप से प्रेस- वार्ता को संबोधित किया। हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने प्रेस- वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के डीवीसी कमांड सात जिलों में पिछले करीब 80 दिनों से बिजली कटौती की गंभीर समस्या से जनता परेशान रही। समाज का हर वर्ग और हर तबका बिजली समस्या को लेकर त्राहिमाम करता रहा। लेकिन राज्य सरकार की कुम्भकरणी नींद में 80 दिनों तक सोती रही और जनता को परेशान होने के लिए छोड़ दिया। सरकार की कुम्भकरणी निद्रा तब खुली जब भारतीय जनता पार्टी ने जन-आंदोलन की चेतावनी के साथ सरकार पर जनहित के इस गंभीर मुद्दे को लेकर दबाव बनाने का पहल किया। इस मामले को लेकर हमारी पार्टी के द्वारा जनहित में 31 जनवरी 2022 को हजारीबाग बंद का आह्वान किया और 02 फरवरी 2022 को रांची पहुंचकर ऊर्जा सचिव के घेराव का कार्यक्रम तय किया। उन्होंने कहा की
बिजली हमारा अधिकार है और वर्तमान युग में हम पुनः ढिबरी या लालटेन युग की ओर अग्रसर नहीं हो सकते। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने जनभावना को ध्यान में रखते हुए एकजुटता का परिचय देकर जन- आंदोलन की जब घोषणा की और इसकी व्यापक तैयारी शुरू की तो इस आंदोलन की जड़े राज्य के उन सात जिलों में भी प्रवेश करती हुई दिखी जो बिजली कटौती की समस्या से प्रभावित था। इन सात जिलों में करीब सवा करोड़ निवास करते हैं। भाजपा के उग्र आंदोलन को महसूस करके
और इससे पूरी तरह घबराकर राज्य सरकार दबाव में आई और झारखंड सरकार ने डीवीसी अधिकारियों के साथ बिजली के मुद्दे पर समझौता किया और नियमित बिजली आपूर्ति राज्य के डीवीसी कमांड सातों जिले में शुरू हुई। यह हम सभी के लिए सुखद खबर है। लेकिन हमने निर्णय लिया की हम राज्य सरकार के नियमित बिजली आपूर्ति की घोषणा का 36 घंटे तक हम इंतेजार करेंगे और भौतिक रूप से इस परखेंगे। जब इन 36 घंटों हमने बिजली आपूर्ति संतुष्ट रूप से पाई तो पार्टी ने यह निर्णय लिया कि हम सभी जनहित के लिए कार्य करते हैं और जनता किसी भी प्रकार से परेशान हो ऐसा कोई भी कार्य हम कतई नहीं करेंगे। 30 जनवरी को मशाल जुलूस, 31 जनवरी को हजारीबाग बंद और 2 फरवरी को रांची में ऊर्जा सचिव के घेराव कार्यक्रम का मकसद था कि हम एकजुटता के साथ एक दिन की परेशानी मिलकर झेल लेंगे पर इससे सरकार पर दबाव बनेगा और सरकार बिजली नियमित आपूर्ति के दिशा में पहल करने को बाध्य होगी। हम सभी की एकजुटता का ही प्रतिफल हुआ की सरकार इस मामले के निराकरण के लिए मजबूर हुई और हमारा बिजली आपूर्ति नियमित हो पाया। हमारे आंदोलन का मकसद सार्थक और सफल हुआ अब जनता को कोई परेशानी ना हो इसके लिए बिजली समस्या को लेकर आयोजित मशाल जुलूस, 31 जनवरी को हजारीबाग बंद सहित आगे के सभी कार्यक्रम को हम स्थगित करते हैं। मनीष जायसवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी वचनबद्ध है कि जनहित के हर मुद्दे पर इसी तरह हम डट कर खड़े रहेंगे और अगर दोबारा बिजली कटौती शुरू हुई तो प्रथम दिन से ही हम उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के विशेष पहल पर बिजली विभाग को हजारीबाग में अपना ग्रिड का निर्माण अविलंब करना चाहिए और डीवीसी से निर्भरता खत्म करनी चाहिए इसके लिए हम प्रयासरत भी हैं।

विधायक मनीष जायसवाल ने यह भी कहा कि 31 जनवरी को हजारीबाग बंद के समर्थन में हजारीबाग की जनता, भाजपा के कार्यकर्ता और समर्थकों के साथ हजारीबाग की जिन व्यवसायिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने अपना पुरजोर समर्थन दिया उन सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद देता हूं और उम्मीद करता हूं कि इसी प्रकार आप सभी का समर्थन, प्रेम और विश्वास हम पर बना रहे ताकि जनहित के हर मुद्दे पर हम इसी प्रकार डटकर मुकाबला करें और जनता की परेशानी का हल निकालने में बिजली मुद्दे की तरह हर बार सफल हो सकें
हजारीबाग समेत राज्य के 7 जिलों में डीवीसी द्वारा अघोषित बिजली कटौती की समस्या को लेकर शुरुआती समय से ही हजारीबाग सदर विधायक मुखर रहे हैं और इस समस्या के निराकरण के लिए विभागीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक से गुहार लगाते रहे हैं। की समस्या को लेकर सदर विधायक मनीष जायसवाल सबसे पहले बिजली विभाग के हजारीबाग महाप्रबंधक राकेश प्रसाद से मिले, उसके बाद ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव- सह – झारखंड राज्य ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के सीएमडी अविनाश कुमार, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक केके वर्मा और इसके महाप्रबंधक (राजस्व) ऋषभ कुमार से मिलकर विस्तृत चर्चा की, झारखंड विधानसभा के पिछले शीतकालीन सत्र के दौरान सदन पटल पर बिजली मुद्दे को लेकर विधायक श्री जायसवाल ने जोरदार प्रदर्शन किया और सदन के माध्यम से सरकार के समक्ष इस मामले को तीव्रता से रखा। विधायक श्री जायसवाल ने सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन से मिलकर क्षेत्र की त्राहिमाम संदेश उन तक पहुंचा कर जल्द राहत देने का आग्रह किया, डीवीसी कमांड एरिया के सभी जिलों के भाजपा, आजसू एवं निर्दलीय विधायकों के साथ विशेष रणनीति बनाकर संगठित प्रयास करने का पहल किया, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में प्रभावित क्षेत्र के भाजपा और आजसू के सभी विधायकों के साथ ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव का घेराव किया। इन सब प्रयासों के बाद कोई प्रतिफल निकलता नहीं देख विगत 28 दिसंबर को हजारीबाग जुलू पार्क स्थित जीएम कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन किया। बावजूद इसके कोई फायदा नहीं होने पर जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार की और हजारीबाग बंदी का आवाह्न किया। विधायक मनीष जायसवाल को भाजपा हजारीबाग जिला संगठन के अलावे समाज के हर वर्ग और तबके के लोगों का पुरजोर समर्थन प्राप्त हुआ ।

Related posts