भोजपुरी,मगही तथा अंगिका को स्थानीय भाषा बनाने का लोगों ने किया विरोध


बरकट्ठा:-आजाद हिंद फौज बरकट्ठा के सदस्यों ने बरकट्ठा उत्तरी पंचायत भवन के परिसर में बैठक कर भोजपुरी,मगही तथा अंगिका भाषा को स्थानीय भाषा बनाने का विरोध किया ।लोगों ने कहा कि 1932 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू करने की मांग को लेकर हेमन्त सरकार के विरुद्ध आंदोलन की रणनीति बनाने हेतु बैठक की जा रही है ।बैठक की अध्यक्षता केदार साव तथा संचालन विनोद प्रसाद ने किया।बैठक में सर्वसम्मति से निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किये गये।भाषाई आक्रमण के विरुद्ध तथा 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति की मांग झारखंडी युवाओं की भविष्य के लिए बहुत जरूरी है,आंदोलन में झारखंड के युवा टाइगर को आमंत्रित करने पर सहमति जताई गई,
प्रत्येक पंचायत से कम से कम दस लोगों के साथ दिनांक-12/02/2022को 12:30 बजें से इसी पंचायत भवन में बैठक की जाएगी,अगली बैठक में इस आंदोलन के निमित्त एक संचालन कमेटी बनाई जाएगी।

मौके पर उपस्थित सांसद प्रतिनिधि केदार साव ने कहा कि झारखण्ड अलग होने को 22 वर्ष होने चले, लेकिन झारखंड राज्य अलग का उद्देश्य आज भी अधुरा है।झारखंडी युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं ।सभी नौकरियों पर बाहरी लोगों का कब्जा हो रहा है ।झारखंड के लोग अब इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उपस्थित लोगों ने भी इन भाषाओं के विरोध में अनेक बातें रखी ।बैठक में विनोद प्रसाद,गौतम पाण्डेय,मुकेश यादव, शेर मोहम्मद,समसुद्दीन अंसारी,जीतूराज,श्यामा नायक, कुंजलाल महतो, कार्तिक महतो, वीरेंद्र प्रसाद,प्रकाश चौधरी,मनोज सिंह समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

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