हजारीबाग। आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के आईक्यूएसी के तत्वावधान में समाज कार्य विभाग व कला एवं संकाय विभाग की ओर से आगामी 4 मार्च को एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन 2:30 बजे से शाम 4 बजे के बीच किया जाएगा। उक्त जानकारी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने दी और कहा कि सदियों से देश-दुनिया में आदिवासी समाज के विकास को लेकर कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन आदिवासी समाज के विकास की हकीकत अब भी सोचनीय है। वर्तमान समय के लिए बड़ा सवाल है कि आर्थिक, सामाजिक चेतना, भाषा-साहित्य एवं संस्कृति के मद्देनज़र आदिवासी समाज का सर्वांगीण विकास हो पा रहा है या नहीं, इस पर गंभीर चिंतन की ज़रूरत है। वर्तमान की हकीकत से ऐसा महसूस होता है कि आदिवासी समाज के राजनैतिक विकास का दायरा अभी उतना नही है, जितना वास्तव में होना चाहिए। दरअसल इन्हीं मुद्दे व आदिवासी समाज के समाकेतिक विकास को लेकर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार आयोजन किया जा रहा है, जिसमें विश्वविद्यालय साउथ-बिहार, गया के सहायक प्रोफेसर एवं आदिवासी चिंतक डॉ अनुज लुगुन, विनोबा भावे विश्वविद्यालय की गेस्ट लेक्चरर व आदिवासी कार्यकर्त्ता डॉ शांति खलखो और दूरदर्शन के वरिष्ठ पत्रकार एवं आदिवासी लेखक प्रोफेसर वाल्टर भेंगरा बतौर मुख्य वक्ता शिरकत करेंगे। बताते चलें कि वेबीनार के मुख्य संयोजक आईसेक्ट विश्वविद्यालय समाज कार्य विभाग के सहायक प्रोफेसर नरेश गौतम, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ ललित कुमार, परफोर्मिंग आर्ट्स के सहायक प्रोफेसर व डीन रोहित कुमार हैं ।

