हजारीबाग : झारखंड राज्य के राज्यपाल रमेश बैस ने राजभवन में आयोजित समारोह में विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव एवं सिदो कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सोनाझरिया मिंज को कर्नल की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। इसके साथ ही दोनो कुलपति को अपने -अपने विश्वविद्यालय के अंतर्गत सभी एनसीसी ऑफिसर एवं कैडेट्स के लिए कर्नल कमांडेंट के पद पर नियुक्त किया है। गौरतलब हो कि भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय से चयनित उन कुलपतियों को ही मानद कर्नल की उपाधि दी जाती है, जिन्होंने एनसीसी के विस्तार एवं उत्थान के लिए अपने विश्वविद्यालय में विशेष योगदान दिया है। इन कुलपतियों ने अपने विश्वविद्यालय में न सिर्फ एनसीसी कैडेट्स का उचित प्रोत्साहन किया, वरन् एनसीसी को इलेक्टिव विषय के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए सराहनीय कार्य किया है। इनके इन्हीं कार्यों को देखते हुए एनसीसी महानिदेशक की अनुशंसा पर भारत सरकार ने उन्हें कर्नल की मानद उपाधि से सम्मानित करने का निर्णय लिया। राजभवन में आयोजित इस समारोह में एनसीसी के वायु सेना एवं नौसेना अंग के कैडेट्स ने कई हवाई जहाज एवं समुद्री जहाज के मॉडल्स का भी प्रदर्शन किया। दोनों कुलपति को कर्नल की रैंक पहनाने में महामहिम राज्यपाल के साथ बिहार एवं झारखंड के एनसीसी के अपर महानिदेशक मेजर जनरल इंद्र बालन भी साथ थे l मेजर जनरल इंद्र बालन ने अपने संबोधन में झारखंड स्थित विनोबा भावे विश्वविद्यालय एवं सिदो कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपतियों द्वारा अपने विश्वविद्यालय में एनसीसी के लिए किए गए कार्यों की सराहना करते हुए नवनियुक्त कर्नल कमांडेंट को बधाई दी l मेजर जनरल इंद्रबालन ने दोनों विश्वविद्यालय के कुलपतियों से अनुरोध किया कि अपने- अपने कार्य क्षेत्र में एनसीसी को इलेक्टिव विषय के रूप में सभी महाविद्यालयों में तत्परता से लागू कर इसे बुलंदियों की ओर ले जाएं। उन्होंने कहा कि एनसीसी अपने उद्देश्य एकता एवं अनुशासन से समाज के निर्बल वर्ग के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व एवं विकास में अहम भूमिका निभाती है तथा उन्हें जीवन में आने वाली परिस्थितियों का सामना करने का साहस प्रदान करती है।समारोह के उपरांत एनसीसी के अपर महानिदेशक ने महामहिम राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट भी की।